शराब घोटाले में बड़ी कार्रवाई: कवासी लखमा के करीबियों के ठिकानों पर ACB-EOW का छापा
छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित 2000 करोड़ रुपये के शराब घोटाले में एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) और इकोनॉमिक ऑफेंसेज़ विंग (EOW) ने शनिवार को बड़ा एक्शन लिया है। तड़के सुबह पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा के करीबियों के ठिकानों पर सुकमा और दंतेवाड़ा में छापेमारी की गई।
जानकारी के मुताबिक, सुकमा जिले के तोंगपाल सहित कई स्थानों पर एक साथ रेड की गई। ACB और EOW की संयुक्त टीमों ने लखमा से जुड़े लोगों के आवासों और प्रतिष्ठानों की तलाशी ली और घोटाले से जुड़े अहम दस्तावेज खंगालने में जुटी हुई है।
गौरतलब है कि 15 जनवरी 2025 को ED ने कवासी लखमा को गिरफ्तार किया था। वर्तमान में वे जेल में हैं। ईडी की जांच में पूर्व IAS अधिकारी अनिल टुटेजा, कारोबारी अनवर ढेबर और अरुणपति त्रिपाठी को इस घोटाले का मास्टरमाइंड बताया गया है।
आरोप है कि जब राज्य में कांग्रेस की सरकार थी, तब आबकारी विभाग के माध्यम से एक संगठित घोटाला चलाया गया, जिसमें भारी कमीशन का लेन-देन हुआ। इसमें पूर्व मंत्री कवासी लखमा की भूमिका भी संदेह के घेरे में है। अब तक इस मामले में कुल 8 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं और जांच लगातार जारी है।
छापेमारी के बाद माना जा रहा है कि घोटाले की परतें और भी खुल सकती हैं और कुछ और बड़े नाम सामने आ सकते हैं।