Intel ने अपने Arc GPU यूजर्स के लिए XeSS-MFG (मल्टी-फ्रेम जनरेशन) तकनीक पेश की है, जो गेमिंग अनुभव को AI-पावर्ड सुपरपावर देती है। यह नई तकनीक Nvidia की DLSS के समान काम करती है और फ्रेम रेंडरिंग को AI एल्गोरिद्म के जरिए बढ़ाकर गेमिंग को स्मूद और रेस्पॉन्सिव बनाती है।
XeSS-MFG में GPU सामान्य तरीके से फ्रेम रेंडर करता है और VRAM में स्टोर करता है। अगले फ्रेम के तैयार होने पर AI एल्गोरिद्म का इस्तेमाल कर दो फ्रेम्स के बीच नया फ्रेम उत्पन्न किया जाता है। इससे स्क्रीन पर फ्रेम्स की संख्या बढ़ जाती है और गेमिंग अनुभव बेहतर होता है।
Intel ने Panther Lake लैपटॉप में Painkiller रीबूट गेम का डेमो भी दिखाया। 1080p पर सामान्य रूप से गेम 45-50 FPS चला, लेकिन 4x मल्टी-फ्रेम जनरेशन सक्षम करने पर FPS लगभग 200 तक पहुंच गया। डेमो के दौरान कोई विजुअल आर्टिफैक्ट या इनपुट लैग देखने को नहीं मिला।
हालांकि विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि XeSS-MFG का उपयोग केवल अपस्केलिंग और उच्च फ्रेम रेट वाले गेम्स (60 FPS या उससे ऊपर) में ही किया जाए, क्योंकि इनपुट लैग पर असर पड़ सकता है।
XeSS-MFG तकनीक फिलहाल केवल Intel Arc GPU के लिए उपलब्ध है। Intel ने यह स्पष्ट किया कि इसे अन्य GPU के लिए लॉन्च करने की कोई योजना नहीं है। इस अपडेट के साथ Intel ने ग्राफिक्स और AI टेक्नोलॉजी में अपनी पकड़ और मजबूत कर ली है, और Arc GPU लाइनअप को और आकर्षक बना दिया है।
मुख्य बिंदु:
- Intel ने Arc GPU के लिए AI-पावर्ड XeSS-MFG तकनीक लॉन्च की।
- यह Nvidia DLSS की तरह मल्टी-फ्रेम जनरेशन करता है, गेमिंग अनुभव को स्मूद और रेस्पॉन्सिव बनाता है।
- डेमो में FPS 45-50 से बढ़कर 200 तक गया, बिना विजुअल आर्टिफैक्ट या इनपुट लैग के।
- XeSS-MFG सिर्फ Intel Arc GPU यूजर्स के लिए उपलब्ध है।
- तकनीक ग्राफिक्स और AI टेक्नोलॉजी में Intel की मजबूती को दर्शाती है।