नई दिल्ली। Apple अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की दुनिया में अपनी सबसे बड़ी छलांग लगाने की तैयारी कर रहा है। टेक जगत से आई ताज़ा रिपोर्ट्स के मुताबिक, कंपनी एक नई AI यूनिट पर काम कर रही है, जिसका नाम है – AKI। इसका मतलब है: Answers, Knowledge and Information। यह यूनिट Apple के अपने AI चैटबॉट को विकसित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है, जो सीधे तौर पर OpenAI के ChatGPT और Perplexity AI जैसे प्लेटफॉर्म्स को चुनौती देगा।
AKI: Apple की AI रणनीति का अगला चरण
इस हाई-प्रोफाइल प्रोजेक्ट की अगुवाई करेंगे रॉबी वॉकर, जो पहले Siri टीम के हेड रह चुके हैं। वे अब सीधे Apple के AI प्रमुख जॉन गियानांड्रिया को रिपोर्ट करेंगे। AKI का मुख्य उद्देश्य है एक ऐसा इंटरैक्टिव AI चैटबॉट और सर्च इंजन तैयार करना जो उपयोगकर्ताओं को तेज़, सटीक और वैयक्तिकृत जानकारी उपलब्ध कराए।

Siri से आगे बढ़कर अब AI में आत्मनिर्भरता की ओर
हाल ही में Apple ने अपने iPhones और अन्य डिवाइसेज़ में ChatGPT के इंटीग्रेशन की घोषणा की थी। हालांकि, कंपनी अब पूरी तरह आत्मनिर्भर बनने की दिशा में आगे बढ़ रही है। AKI प्रोजेक्ट के जरिए Apple अपना इन-हाउस AI सिस्टम तैयार कर रहा है ताकि भविष्य में उसे बाहरी AI टूल्स पर निर्भर न रहना पड़े।

Apple Intelligence से आगे की सोच
अब तक Apple की AI क्षमताएँ ‘Apple Intelligence’ तक सीमित थीं, जो नोटिफिकेशन सारांश, स्मार्ट रिप्लाई, Genmoji जैसे फीचर्स में नज़र आई। लेकिन AKI के ज़रिए कंपनी अब AI-पावर्ड सर्च और चैटबॉट टेक्नोलॉजी को एक नए स्तर पर ले जाना चाहती है।
ChatGPT और Perplexity को होगी सीधी टक्कर
Bloomberg की रिपोर्ट के मुताबिक, Apple का यह प्रोजेक्ट सीधा मुकाबला ChatGPT और Perplexity AI से करेगा। इसका मतलब है कि यूजर्स को एक ऐसा AI अनुभव मिलेगा जो सिर्फ सवाल-जवाब तक सीमित नहीं होगा, बल्कि तेज़ और सटीक सर्च इंजन के रूप में भी काम करेगा।

AI सर्च क्या है?
AI सर्च पारंपरिक सर्च इंजनों से कहीं ज्यादा स्मार्ट होता है। यह उपयोगकर्ता की ज़रूरतों को समझकर व्यक्तिगत और संवादात्मक तरीके से परिणाम देता है। AI सर्च न सिर्फ यूजर के सवाल का जवाब देता है, बल्कि उसके इरादों को समझकर उससे जुड़ी उपयोगी जानकारी भी प्रदान करता है।