लैपटॉप ने काम, पढ़ाई, कम्युनिकेशन, गेमिंग और एंटरटेनमेंट—हर चीज़ को आसान बनाया है, लेकिन इसे कैसे उपयोग किया जाता है, इसका सीधा असर सेहत पर पड़ता है। कई लोग सुविधा के लिए लैपटॉप को गोद में रखकर लंबे समय तक इस्तेमाल करते हैं, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह आदत धीरे-धीरे शरीर को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है। लैपटॉप से निकलने वाली हीट और इलेक्ट्रोमैग्नेटिक फ्रीक्वेंसी (EMF) रेडिएशन शरीर पर गहरा प्रभाव डालती है।
गोद में लैपटॉप रखकर काम करने से होने वाले प्रमुख नुकसान
1. पोस्चर खराब होने का खतरा
गोद में लैपटॉप रखने पर स्क्रीन नीचे रहती है, जिससे व्यक्ति अनजाने में आगे झुककर बैठता है।
- गर्दन, कंधे और रीढ़ पर दबाव
- पीठ दर्द और मांसपेशियों में अकड़न
समाधान: लैपटॉप को डेस्क पर रखें या एक्सटर्नल कीबोर्ड-स्टैंड का उपयोग करें।
2. प्रजनन क्षमता पर नकारात्मक असर
लैपटॉप की हीट और EMF रेडिएशन प्रजनन अंगों को प्रभावित कर सकती है।
‘Fertility and Sterility’ में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार:
- वाई-फाई रेडिएशन से शुक्राणुओं की गतिशीलता कम होती है
- DNA को नुकसान बढ़ सकता है
सलाह: लैपटॉप को पैरों से दूर रखें, कूलिंग पैड का उपयोग करें।
3. स्किन पर ‘टोस्टेड स्किन सिंड्रोम’ का खतरा
लैपटॉप की गर्मी से जांघों पर लाल धब्बे या जलन जैसी समस्या हो सकती है।
- इस स्थिति को Erythema Ab Igne कहा जाता है
- लंबे समय तक स्किन को नुकसान हो सकता है
बचाव: लैपटॉप सीधे त्वचा पर न रखें, स्टैंड या पैड इस्तेमाल करें।
4. कैंसर का खतरा बढ़ने की आशंका
लगातार गर्मी और EMF के संपर्क में रहने से स्किन सेल्स को नुकसान हो सकता है।
- विशेषज्ञों में चिंता है कि लंबे समय में यह अंडकोष या अंडाशय से जुड़े कैंसर का जोखिम बढ़ा सकता है।
हालांकि यह शोध अभी निर्णायक नहीं, लेकिन सावधानी बेहतर है।
5. नींद की गुणवत्ता खराब होना
लैपटॉप स्क्रीन की ब्लू लाइट मेलाटोनिन हार्मोन को दबाती है जो नींद नियंत्रित करता है।
- नींद आने में देर
- स्लीप क्वालिटी खराब
- अगले दिन थकान और ध्यान की कमी
सलाह: सोने से 1–2 घंटे पहले लैपटॉप का उपयोग बंद करें।
कैसे करें लैपटॉप का सुरक्षित उपयोग?
- लैपटॉप को हमेशा डेस्क पर रखें
- कूलिंग पैड या लैपटॉप स्टैंड का उपयोग करें
- एक्सटर्नल कीबोर्ड/माउस लगाएं
- स्क्रीन को आंखों की लेवल पर रखें
- देर रात लैपटॉप का उपयोग कम करें
