पूर्व भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेल का मानना है कि आधुनिक क्रिकेट में बल्लेबाज अब पहले से अधिक बेखौफ होकर खेल रहे हैं, जिसकी वजह से पावरप्ले में बड़े स्कोर बन रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले 6 ओवरों में रन बनाने की मानसिकता में बड़ा बदलाव आया है और अब टीमें रन रेट बढ़ाने पर ज्यादा ध्यान देती हैं।
बदलते क्रिकेट की नई रणनीति
पार्थिव पटेल ने कहा कि पहले पावरप्ले में बल्लेबाज संभलकर खेलते थे, लेकिन अब उनका पूरा फोकस आक्रामक खेल पर होता है। इसकी एक बड़ी वजह टी20 क्रिकेट का बढ़ता प्रभाव और बड़े शॉट खेलने की तकनीक में सुधार है।
ओपनर्स की भूमिका अहम
आज के समय में सलामी बल्लेबाजों का खेल ज्यादा आक्रामक हो गया है। वह पहले ही ओवर से बड़े शॉट खेलने से नहीं हिचकिचाते। डेविड वॉर्नर, यशस्वी जायसवाल, शुभमन गिल और ट्रेविस हेड जैसे बल्लेबाज पावरप्ले में तेज शुरुआत देने में माहिर हैं।
आंकड़ों में बदलाव
क्रिकेट विश्लेषकों के मुताबिक, अब औसत स्कोर पहले से ज्यादा हो गया है।
- पहले 6 ओवरों में 40-45 रन बनाना सामान्य माना जाता था।
- अब टीमें 60 से 70 रन तक बना लेती हैं, और कुछ मैचों में यह आंकड़ा 80 रन तक भी पहुंच जाता है।
टी20 क्रिकेट का प्रभाव
टी20 लीग जैसे आईपीएल, बीबीएल और पीएसएल ने खिलाड़ियों को आक्रामक क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित किया है। बड़े शॉट खेलने के लिए नई तकनीकों और इनोवेटिव शॉट्स का इस्तेमाल बढ़ा है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह ट्रेंड जारी रहा तो आने वाले समय में टी20 और वनडे क्रिकेट में पावरप्ले के दौरान और भी ज्यादा बड़े स्कोर देखने को मिल सकते हैं।
निष्कर्ष
पार्थिव पटेल का यह बयान आधुनिक क्रिकेट के बदलते स्वरूप को दर्शाता है। अब बल्लेबाजों का आत्मविश्वास बढ़ा है, और वह बिना डरे खेलते हैं, जिससे पावरप्ले में बड़े स्कोर बन रहे हैं।