नई दिल्ली। भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में साई सुदर्शन ने बल्लेबाजी के बाद फील्डिंग में भी कमाल कर दिखाया। रवींद्र जडेजा की गेंद पर उन्होंने एक हैरतअंगेज कैच लपककर सबको दंग कर दिया। गेंद तेज रफ्तार से उनकी छाती पर लगी, लेकिन दर्द सहते हुए उन्होंने विकेट दिलाया। इस मैच में भारतीय टीम ने पहली पारी में 518 रन बनाकर अपनी पारी घोषित की, जिसमें सुदर्शन की 87 रनों की उपयोगी पारी भी शामिल थी।
भारत की मजबूत शुरुआत
कप्तान शुभमन गिल ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला लिया, जो सही साबित हुआ। सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने करियर की बेहतरीन पारियों में से एक खेली और 175 रनों की शानदार पारी खेली। केएल राहुल ने 38 रनों की शुरुआती साझेदारी में योगदान दिया। कप्तान गिल ने 129 रनों की क्लासिक पारी खेली, जबकि साई सुदर्शन ने 87 रनों का योगदान देकर टीम को 500 के पार पहुंचाया।

दर्द भरी कैच की कहानी
वेस्टइंडीज की पहली पारी में जडेजा के दूसरे ओवर की दूसरी गेंद पर जॉन कैम्पबेल ने स्वीप शॉट खेला। गेंद सीधे शॉर्ट लेग पर खड़े सुदर्शन की ओर घूमी। तेज रफ्तार की गेंद उनके हाथ से टकराकर छाती पर जा लगी, लेकिन सुदर्शन ने हौसला नहीं हार दिया। दर्द के बावजूद उन्होंने गेंद को हाथ, हेलमेट और छाती के बीच फंसा लिया और शानदार कैच पूरा कर लिया। इस कैच ने वेस्टइंडीज को पहला झटका दिया।
मैदान पर सन्नाटा, फिर तालियां
कैच के बाद मैदान पर सन्नाटा छा गया। साथी खिलाड़ी दौड़कर सुदर्शन के पास पहुंचे और उनके हाथ की जांच करने लगे, क्योंकि गेंद की स्पीड इतनी तेज थी कि चोट लगना लाजमी था। लेकिन सुदर्शन ने न केवल कैच लिया, बल्कि अपनी जज्बे से टीम को मजबूत किया। दर्शकों ने खड़े होकर तालियां बजाईं और सुदर्शन को ‘सुदर्शन अवतार’ कहकर सराहा।