D. गुकेश और एम. एस. धोनी के बीच तुलना दिलचस्प है। जिस तरह महेंद्र सिंह धोनी अपने कूल माइंडसेट, दबाव में शानदार फैसले और खेल की गहरी समझ के लिए मशहूर हैं, वैसे ही डी. गुकेश ने शतरंज में बेहतरीन धैर्य और रणनीतिक सोच दिखाई है।
हाल ही में FIDE कैंडिडेट्स टूर्नामेंट में गुकेश ने मैग्नस कार्लसन जैसे दिग्गज को भी प्रभावित किया। उनकी गहरी एकाग्रता और बिना घबराए निर्णायक चाल चलने की क्षमता बिल्कुल उसी तरह दिखती है जैसे धोनी आखिरी ओवरों में शांत रहते हैं।
कार्लसन ने खुद माना कि गुकेश का खेल उनके हार्ट-रेट मॉनिटर को प्रभावित करता है, यानी उनकी चालों को पढ़ना और उनसे निपटना आसान नहीं होता। धोनी की तरह गुकेश भी आखिरी पलों तक दबाव में खुद को संयमित रखते हैं और जब सही मौका आता है, तो करारा प्रहार करते हैं।
इस युवा ग्रैंडमास्टर ने शतरंज में भारत का कद और ऊँचा किया है, और अगर इसी तरह खेलते रहे, तो वे भी धोनी की तरह अपनी फील्ड के लीजेंड बन सकते हैं।