पटना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को पटना एयरपोर्ट के नए टर्मिनल भवन के उद्घाटन के दौरान आईपीएल 2025 में धमाकेदार प्रदर्शन करने वाले युवा क्रिकेटर वैभव सूर्यवंशी और उनके माता-पिता से मुलाकात की। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने वैभव की तारीफ करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि वैभव की बल्लेबाज़ी ने पूरे देश को गर्व महसूस कराया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस मुलाकात की तस्वीरें सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा, “पटना एयरपोर्ट पर मुझे युवा क्रिकेट खिलाड़ी वैभव सूर्यवंशी और उनके परिवार से मिलने का सौभाग्य मिला। देशभर में उनके खेल की सराहना हो रही है। मैं उन्हें आगे के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं देता हूं। उन्होंने अपने शानदार प्रदर्शन से भारत को गौरवान्वित किया है।”
आईपीएल में वैभव सूर्यवंशी का रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन
वैभव सूर्यवंशी ने आईपीएल 2025 में अपने दमदार खेल से क्रिकेट जगत का ध्यान खींचा। उन्होंने मात्र 7 पारियों में 252 रन बनाए, जिसमें उनका स्ट्राइक रेट 200 से भी अधिक रहा। गुजरात टाइटंस के खिलाफ उन्होंने सिर्फ 35 गेंदों में शतक ठोककर इतिहास रच दिया। इसके अलावा सीजन के अंतिम मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ उन्होंने महत्वपूर्ण अर्धशतक भी जड़ा।

अंडर-19 टीम में चयन, इंग्लैंड दौरे पर दिखेगा जलवा
बीसीसीआई ने वैभव के शानदार प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें भारत की अंडर-19 टीम में इंग्लैंड दौरे के लिए शामिल किया है। इस दौरे में टीम तीन प्रकार के मुकाबले खेलेगी – 50 ओवर का अभ्यास मैच, पांच मैचों की एकदिवसीय सीरीज और दो मल्टी डे मुकाबले। यह दौरा वैभव के करियर के लिए निर्णायक साबित हो सकता है। अगर उन्होंने इस दौरे पर शानदार प्रदर्शन किया, तो उन्हें अंडर-19 वर्ल्ड कप में जगह मिलना लगभग तय माना जा रहा है।
पीएम मोदी का दो दिवसीय बिहार दौरा: विकास परियोजनाओं की बौछार
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दो दिन के बिहार दौरे पर हैं। गुरुवार को पटना पहुंचने के बाद उन्होंने एयरपोर्ट टर्मिनल का उद्घाटन किया और काराकाट में एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे। इस दौरे में वे 48,520 करोड़ रुपये से अधिक की कई बड़ी विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और लोकार्पण करेंगे।

इनमें सबसे अहम है औरंगाबाद जिले में प्रस्तावित नबीनगर सुपर थर्मल पावर प्रोजेक्ट (फेज-2), जिसकी लागत लगभग 29,930 करोड़ रुपये है। इस परियोजना में 800-800 मेगावाट की तीन यूनिट्स लगाई जाएंगी, जिससे बिहार और पूर्वी भारत की बिजली आवश्यकताओं को पूरा किया जाएगा।