Rakshabandhan : रक्षाबंधन, भाई-बहन के अटूट प्रेम और विश्वास का पवित्र त्योहार, इस वर्ष 9 अगस्त 2025 को धूमधाम से मनाया जाएगा। यह पर्व न केवल स्नेह का प्रतीक है, बल्कि वास्तु शास्त्र के अनुसार राखी के रंग और सामग्री का चयन भाई के जीवन में सौभाग्य, समृद्धि और स्वास्थ्य लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। वास्तु विशेषज्ञों का मानना है कि सही रंग की राखी बांधने से भाई को सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है और जीवन की बाधाएँ दूर हो सकती हैं।
राखी के रंग और उनका प्रभाव
वास्तु शास्त्र के अनुसार, प्रत्येक रंग विशिष्ट ऊर्जा का प्रतीक होता है। राखी का रंग चुनते समय बहनों को भाई की जरूरतों और जीवन के लक्ष्यों को ध्यान में रखना चाहिए। यहाँ विभिन्न रंगों का महत्व बताया गया है:
- लाल राखी: लाल रंग शक्ति, साहस और मंगल ऊर्जा का प्रतीक है। यह राखी भाई को आत्मविश्वास और नकारात्मकता से लड़ने की ताकत देती है। यह उन भाइयों के लिए आदर्श है जो अपने करियर या व्यक्तिगत जीवन में चुनौतियों का सामना कर रहे हैं।
- पीली राखी: पीला रंग बुध ग्रह और माँ लक्ष्मी की कृपा से जुड़ा है। यह समृद्धि, बुद्धिमत्ता और करियर में उन्नति का प्रतीक है। पीली राखी विशेष रूप से छात्रों या व्यवसायियों के लिए शुभ मानी जाती है।
- हरी राखी: हरा रंग मानसिक शांति, स्वास्थ्य और पारिवारिक सौहार्द का प्रतीक है। यह राखी भाई के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में सहायक होती है।
- सफेद राखी: सफेद रंग शांति और स्थिरता लाता है। यह उन भाइयों के लिए उपयुक्त है जो तनाव या क्रोध की समस्या से जूझ रहे हैं।
वास्तु विशेषज्ञ काले या भूरे रंग की राखी बांधने से बचने की सलाह देते हैं, क्योंकि ये रंग नकारात्मक ऊर्जा, रुकावटें और मानसिक तनाव को बढ़ा सकते हैं।
राखी के धागे का महत्व
वास्तु शास्त्र के अनुसार, राखी का धागा प्राकृतिक और शुद्ध सामग्री, जैसे कच्चा सूत या रेशम, से बना होना चाहिए। रेशमी धागे से बनी राखी भाई के जीवन में स्थिरता और सुरक्षा लाती है। प्लास्टिक या सिंथेटिक धागों से बनी राखियाँ कम प्रभावी मानी जाती हैं, क्योंकि उनमें प्राकृतिक ऊर्जा की कमी होती है।
वास्तु विशेषज्ञों का कहना है कि राखी बांधते समय बहन की भावनाएँ और संकल्प सबसे महत्वपूर्ण होते हैं। बहन का प्रेम और प्रार्थना राखी को एक शक्तिशाली रक्षा कवच में बदल देती है।
रक्षाबंधन का सांस्कृतिक महत्व
रक्षाबंधन भाई-बहन के रिश्ते की पवित्रता का उत्सव है। यह त्योहार बचपन की यादों, साझा हँसी और एक-दूसरे के प्रति अटूट विश्वास को ताज़ा करता है। बहनें भाई की लंबी उम्र और खुशहाली के लिए प्रार्थना करती हैं, जबकि भाई अपनी बहन की रक्षा का वचन देते हैं।
वास्तु टिप्स के साथ बांधें राखी
इस रक्षाबंधन, बहनें न केवल अपने भाई के लिए राखी चुनें, बल्कि वास्तु के इन नियमों का पालन कर उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएँ। राखी बांधते समय शुद्ध मन से भगवान का स्मरण करें और भाई की उन्नति के लिए प्रार्थना करें। यह न केवल रिश्ते को मजबूत करेगा, बल्कि भाई के जीवन को शुभ ऊर्जा से भी भर देगा।