रायपुर में कानून व्यवस्था और ट्रैफिक प्रबंधन की चुनौतियाँ: सांसद अग्रवाल ने मुख्यमंत्री साय को पत्र में की तत्काल कार्रवाई की मांग
रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बढ़ते अपराध, ट्रैफिक जाम और पुलिस बल की कमी को लेकर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को एक पत्र लिखकर गहरी चिंता व्यक्त की है। पत्र में उन्होंने तत्काल 796 रिक्त पुलिस पदों पर भर्ती और राजधानी की बढ़ती आबादी एवं ट्रैफिक जरूरतों के अनुरूप अतिरिक्त पुलिस बल स्वीकृत करने की मांग रखी है।
पुलिस बल में कमी और बढ़ती जनसंख्या
सांसद अग्रवाल ने पत्र में बताया कि रायपुर की जनसंख्या अब 16 लाख से अधिक हो चुकी है, और बिरगांव, माना, मंदिरहसौद जैसे नगरीय क्षेत्रों को जोड़ने पर यह आंकड़ा 30 लाख से भी पार हो जाता है। बढ़ते वीवीआईपी मूवमेंट, साइबर अपराधों की बाढ़ और ट्रैफिक दबाव ने पुलिस बल पर अत्यधिक बोझ डाल दिया है। वर्तमान में रायपुर जिले में कुल 3,805 स्वीकृत पुलिस पदों में से 796 पद रिक्त हैं, जबकि 2,738 आरक्षक पदों में से केवल 2,007 भरे गए हैं। इससे पुलिस कार्यप्रणाली प्रभावित हो रही है और आम जनता को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।
ट्रैफिक प्रबंधन में गंभीर कमी
सांसद अग्रवाल ने ट्रैफिक प्रबंधन की चुनौती को भी उजागर करते हुए बताया कि रायपुर में 17 लाख से अधिक वाहन पंजीकृत हैं। बीपीआर एंड डी के मानकों के अनुसार 2,388 यातायात कर्मियों की आवश्यकता है, परन्तु वर्तमान में केवल 416 यातायात कर्मी उपलब्ध हैं। इस कमी के कारण ट्रैफिक जाम और दुर्घटनाओं की समस्या बढ़ रही है, जिससे शहर की यातायात व्यवस्था बिगड़ रही है।
मांग और अपेक्षाएँ
सांसद अग्रवाल ने पत्र में जोर देकर कहा कि रिक्त पुलिस पदों की तत्काल भर्ती और अतिरिक्त यातायात बल की स्वीकृति से न केवल अपराधों पर लगाम पाई जा सकेगी, बल्कि साइबर क्राइम और ट्रैफिक प्रबंधन में भी सुधार होगा। उनका मानना है कि इस कदम से राजधानी में जनसुरक्षा को मजबूत किया जा सकेगा और कानून व्यवस्था में सुधार आएगा। उन्होंने उम्मीद जताई कि मुख्यमंत्री साय इस मांग पर त्वरित कार्रवाई करेंगे, जिससे रायपुर की व्यवस्था को नई दिशा मिलेगी।
यह पत्र राजधानी में बढ़ते अपराध और ट्रैफिक संकट के मद्देनज़र एक महत्वपूर्ण दस्तावेज के रूप में सामने आया है, जो प्रशासन से तत्काल सुधार की मांग करता है।