रायपुर : सेंट विन्सेंट पैलोटी कॉलेज, रायपुर, और दुर्गा महाविद्यालय, रायपुर के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित पांच दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (FDP) का आज, 2 अगस्त 2025 को अत्यंत सफलतापूर्वक समापन हुआ। “होलिस्टिक एप्रोच: एम्पोवेरिंग एडुकेटर्स” विषय पर केंद्रित इस व्यापक FDP के अंतिम दिन, ‘फैकल्टी की भूमिका का पुनर्कल्पन: ज्ञान प्रदाताओं से करियर सक्षमकर्ताओं और नवाचार सलाहकारों तक’ (Reimagining the Role of Faculty: From Knowledge Providers to Career Enablers and Innovation Mentors) विषय पर एक अत्यंत महत्वपूर्ण सत्र का आयोजन किया गया।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉक्टर कुलदीप दुबे ने बताया कि
सत्र को कलिंगा विश्वविद्यालय, रायपुर के सी.सी.आर.सी. (CCRC) के निदेशक, श्री पंकज तिवारी ने ओजस्वी रूप से संबोधित किया। श्री तिवारी ने शिक्षा के तेजी से बदलते परिदृश्य में शिक्षकों की गतिशील भूमिका के विकास पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने इस बात पर दृढ़ता से जोर दिया कि अब शिक्षकों को केवल पारंपरिक ज्ञान प्रदाता के रूप में नहीं, बल्कि छात्रों के उज्ज्वल करियर को सक्षम बनाने वाले और नवाचार के उत्साही संरक्षक के रूप में कार्य करना होगा। उन्होंने विस्तार से बताया कि कैसे शिक्षक छात्रों को उद्यमिता, समस्या-समाधान और महत्वपूर्ण सोच जैसे आवश्यक कौशल विकसित करने में प्रभावी ढंग से मदद कर सकते हैं, जिससे वे भविष्य की अप्रत्याशित चुनौतियों का सामना करने के लिए पूर्णतः तैयार हो सकें।

श्री तिवारी ने कई व्यावहारिक उदाहरणों और प्रेरणादायक केस स्टडीज के माध्यम से स्पष्ट रूप से समझाया कि कैसे फैकल्टी सदस्य छात्रों को केवल अकादमिक ज्ञान प्रदान करने के बजाय, उन्हें वास्तविक दुनिया की जटिल चुनौतियों के लिए कुशलतापूर्वक तैयार कर सकते हैं। उन्होंने छात्रों को उद्योग की उभरती आवश्यकताओं के अनुरूप कौशल विकसित करने और नवाचार को लगातार बढ़ावा देने के लिए गहन मार्गदर्शन प्रदान करने के महत्व पर विशेष बल दिया। प्रतिभागियों ने सत्र में सक्रिय रूप से भाग लिया, अपने मूल्यवान विचार साझा किए और इस नई, सशक्त भूमिका को प्रभावी ढंग से अपनाने के तरीकों पर उत्सुकतापूर्वक प्रश्न पूछे।
इस व्यापक पांच दिवसीय कार्यक्रम में विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों को शामिल किया गया, जिन्हें प्रतिष्ठित संसाधन व्यक्तियों द्वारा प्रस्तुत किया गया:
• पहला दिन (29 जुलाई 2025): ‘इमोशनल इंटेलिजेंस फॉर एडुकेटर्स’ पर डॉ. जे.सी. अजवानी, मनोवैज्ञानिक और शिक्षाविद, द्वारा सत्र।
• दूसरा दिन (30 जुलाई 2025): ‘इंडियन नॉलेज सिस्टम – पाठ्यक्रम में IKS का एकीकरण’ पर शासकीय CTE की सहायक प्राध्यापक, डॉ. एम. विजया लक्ष्मी द्वारा सत्र।
• तीसरा दिन (31 जुलाई 2025): ‘शिक्षकों का शारीरिक और मानसिक कल्याण’ पर ‘आरोग्य मंदिर और आनंदा योगा’ के निदेशक, डॉ. विवेक भारतीय द्वारा सत्र।
• चौथा दिन (1 अगस्त 2025): ‘अनुसंधान में AI टूल्स का उपयोग’ पर सरदार पटेल महाविद्यालय, चंद्रपुर (महाराष्ट्र) के कंप्यूटर साइंस विभाग के विभागाध्यक्ष, डॉ. एस.बी. किशोर द्वारा सत्र।
• पांचवां दिन (2 अगस्त 2025): ‘फैकल्टी की भूमिका का पुनर्कल्पन: ज्ञान प्रदाताओं से करियर सक्षमकर्ताओं और नवाचार सलाहकारों तक’ पर कलिंगा विश्वविद्यालय, रायपुर के सी.सी.आर.सी. के निदेशक, श्री पंकज तिवारी द्वारा सत्र।
भव्य समापन समारोह (Valediction) में कार्यक्रम के मुख्य अतिथि, प्रो. एस. के. सिंह, पूर्व कुलपति, एस एम के वी (SMKV), बस्तर उपस्थित रहे।

उन्होंने अपने प्रेरणादायक उद्बोधन में इस प्रकार के फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम की अपार महत्ता पर प्रकाश डाला और सभी प्रतिभागियों को उनके भविष्य के प्रयासों के लिए हार्दिक शुभकामनाएँ दीं।
आयोजन के संरक्षक महाविद्यालय के डायरेक्टर फादर अमित तिर्की, प्राचार्य डॉ. कुलदीप दुबे एवं डॉ. प्रतिभा मुखर्जी साहूकार प्राचार्य दुर्गा रायपुर है। कार्यक्रम के आयोजन सचिव डॉ. जी. पद्मा गौरी (वाईस-प्रिंसिपल SVPC) एवं डॉ. पूजा राठी (विभागाध्यक्ष, कंप्यूटर साइंस, SVPC)है।
इस अवसर पर सेंट विन्सेंट पैलोटी कॉलेज के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्षों, सहित बड़ी संख्या में समर्पित शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। सभी प्रतिभागियों ने इस FDP को अत्यंत ज्ञानवर्धक, प्रेरणादायक और कौशल-वर्धक पाया, जिसने उन्हें शिक्षा के क्षेत्र में नई ऊँचाइयों को छूने के लिए अथाह रूप से सशक्त किया।