छत्तीसगढ़ रजत जयंती वर्ष में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि
छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य की दिशा में एक नई सफलता दर्ज हुई है। ‘स्वस्थ नारी, सशक्त परिवार अभियान’ के तहत 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर 2025 तक चले विशेष अभियान के दौरान जिले में 2,612 गर्भवती महिलाओं की जांच की गई। इनमें से 439 महिलाओं को हाई रिस्क प्रेग्नेंसी के रूप में चिन्हित किया गया और समय पर उपचार से कई जिंदगियां बचाई गईं।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत विभिन्न विकासखंडों में विशेषज्ञ स्त्रीरोग चिकित्सकों द्वारा जांच और काउंसलिंग शिविर आयोजित किए गए।
सोनोग्राफी जांच के दौरान 425 महिलाओं की जांच की गई, जिनमें 220 दूसरी तिमाही और 205 तीसरी तिमाही की थीं।
सीएचसी सीतापुर में दो हाई रिस्क गर्भवती महिलाओं — ग्राम रजोटी की श्रीमती मनीषा (25 वर्ष) और ग्राम ललितपुर की श्रीमती संजयवती (35 वर्ष) का सफल सिजेरियन ऑपरेशन किया गया।
डॉ. रूपक (निश्चेतना विशेषज्ञ) और डॉ. संयोंगिता पैंकरा (स्त्रीरोग विशेषज्ञ) की टीम ने दोनों का सफल प्रसव कराया, जिससे मां और नवजात को नया जीवन मिला।

अभियान में डॉ. किरण भजगावली, डॉ. आर.एस. मरकाम, डॉ. सृष्टि पांडे, डॉ. रजनी किशोर एक्का और डॉ. प्रियंका सिंह सहित कई विशेषज्ञ चिकित्सकों का उल्लेखनीय योगदान रहा।
स्वास्थ्य शिविरों में रिकॉर्ड भागीदारी
अभियान के दौरान आयोजित शिविरों में बड़ी संख्या में नागरिकों ने हिस्सा लिया।
- कुल ओपीडी मरीज – 40,358
- उच्च रक्तचाप जांच – 82,182
- डायबिटीज स्क्रीनिंग – 21,741
- कैंसर जांच – 11,877
- एनीमिया जांच – 10,073
- क्षय रोग जांच – 16,572
- सिकल सेल जांच – 1,994
- टीकाकरण – 1,214
- नेत्र जांच – 4,652, निःशुल्क चश्मा वितरण – 65, मोतियाबिंद ऑपरेशन – 111,
- वयोवृद्ध कार्ड – 156, ब्लड डोनेशन – 301 यूनिट
रक्तदान शिविरों में संग्रहीत रक्त थैलेसीमिया, सिकलिंग और अन्य मरीजों के लिए जीवनदायिनी साबित होगा।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा —
“स्वस्थ नारी ही सशक्त परिवार और सशक्त छत्तीसगढ़ की नींव है। यह अभियान मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सुधार की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है।”
