अक्षय डाहट रायपुर, डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर सार्वजनिक जयंती समारोह समिति के तत्वावधान में रेलवे इंस्टीट्यूट, खारून विहार में संपन्न हुई वार्षिक बैडमिंटन प्रतियोगिता में इस वर्ष भी रोहित रामटेके ने अपना वर्चस्व कायम रखते हुए एकल और युगल दोनों वर्गों में शानदार जीत दर्ज की।
पुरुष एकल मुकाबलों में रोहित चमके
रोहित रामटेके ने पुरुष एकल वर्ग के फाइनल में दिपांशु मानके को कांटे की टक्कर में पराजित कर खिताब जीता। मैच के दौरान दोनों खिलाड़ियों के बीच शानदार रैलियां देखने को मिलीं, लेकिन अंत में रोहित ने अनुभव का परिचय देते हुए मुकाबला अपने नाम किया।
द्वितीय स्थान पर दिपांशु मानके रहे, जबकि तीसरे स्थान के लिए हुए संघर्षपूर्ण मुकाबले में कनिष्क गजघाटे ने कृष्णा रामटेके को मात दी।

युगल मुकाबले में भी रोहित का जलवा
रोहित रामटेके और कृष्णा रामटेके की जोड़ी ने युगल मुकाबलों में बेहतरीन तालमेल दिखाते हुए संदीप गजभिए और रित्विक रामटेके को कड़े मुकाबले में हराया। यह मैच दर्शकों के लिए रोमांच से भरपूर रहा। विजेता जोड़ी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, वहीं संदीप-रित्विक को दूसरा स्थान मिला।
महिला वर्ग में भाविन्द्रा की जबरदस्त वापसी
महिला एकल वर्ग में भाविन्द्रा भालाधरे ने पहले सेट में पिछड़ने के बावजूद शानदार वापसी करते हुए गतविजेता दिशा शंभरकर को हराकर खिताब पर कब्जा किया। उनकी दृढ़ता और खेल भावना की प्रशंसा हर ओर से हुई। दिशा शंभरकर इस बार रनर-अप रहीं।

नवोदित खिलाड़ियों ने जीता दिल
प्रतियोगिता में कई नवोदित खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से दर्शकों का दिल जीत लिया। उज्वल खोबरागड़े, रूचिर वारूडकर, मनीष और ऋषभ की जोड़ी ने बेहतरीन खेल दिखाया।
विशेष उल्लेख 70 वर्षीय मदन मेश्राम का रहा, जिन्होंने प्रतियोगिता में भाग लेकर सभी को प्रेरित किया। वहीं नरेंद्र, सौरभ और वैभव के खेल की भी खूब सराहना हुई।
उद्घाटन और आयोजन
इस प्रतियोगिता में विभिन्न वर्गों में कुल 40 खिलाड़ियों ने भाग लिया। उद्घाटन समारोह 9 अप्रैल को प्रातः 8 बजे समिति के अध्यक्ष नरेश गढ़पाल, महासचिव बेनीराम गायकवाड़ एवं कोषाध्यक्ष मकरंद घोड़ेस्वार द्वारा किया गया।
मुख्य संयोजक कमलेश रामटेके ने आयोजन के उद्देश्य बताए और मुख्य अतिथि संजय गजघाटे ने युवाओं को खेल से जोड़ने के इस प्रयास की सराहना की।
प्रबंधन की भूमिका सराहनीय
बैडमिंटन प्रभारी रोहित रामटेके, कृष्णा रामटेके, मिलिंद फुलझेले और भावेश परमार ने प्रतियोगिता को सफलतापूर्वक संपन्न कराया। आयोजन में विजय गजघाटे, राहुल वरके, जितेन्द्र वानखेड़े, हितेश गायकवाड़ और विजय चौहान का सहयोग उल्लेखनीय रहा।