रायपुर नगर निगम में प्रशासनिक फेरबदल की तैयारी, राप्रसे अफसर होंगे जोन कमिश्नर
रायपुर। सुशासन तिहार के समापन के बाद अब छत्तीसगढ़ सरकार राजधानी रायपुर, दुर्ग-भिलाई और बिलासपुर के नगर निगमों में राज्य प्रशासनिक सेवा (राप्रसे) के अधिकारियों की पदस्थापना की तैयारी में है। रायपुर नगर निगम के 10 जोनों में जल्द ही डिप्टी कलेक्टर रैंक के अधिकारियों की जोन कमिश्नर के रूप में नियुक्ति हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक, रायपुर निगम में 15 से अधिक राप्रसे अधिकारी भेजे जा सकते हैं।
पहले भी हुई थी राप्रसे की तैनाती
इस व्यवस्था की शुरुआत पूर्व नगर निगम आयुक्त ओपी चौधरी के कार्यकाल में हुई थी, जब तारण प्रकाश सिन्हा और फिर पुलक भट्टाचार्य को नियुक्त किया गया था। वर्तमान में निगम में यूएस अग्रवाल, राजेंद्रप्रसाद गुप्ता और डॉ. अंजलि शर्मा जैसे राप्रसे अधिकारी कार्यरत हैं। इनमें से श्री गुप्ता सितंबर में सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
ग्रेड पे में विसंगति, प्रशासनिक असमानता
फिलहाल जोन कमिश्नर के पद पर नगरपालिका सेवा के अधिकारी तैनात हैं, जिनका ग्रेड पे 5400 है, जबकि उनके अधीन काम करने वाले कार्यपालन अभियंता 6600 ग्रेड पे वाले क्लास-1 अफसर हैं। यह स्थिति प्रशासनिक असमानता को दर्शाती है। नई व्यवस्था के तहत डिप्टी कलेक्टर रैंक के अधिकारियों की नियुक्ति से इस ग्रेड पे विसंगति को दूर किया जाएगा और उन्हें आवश्यकतानुसार प्रमोशन भी दिया जा सकता है।
स्वास्थ्य एवं सफाई विभाग में भी बदलाव की जरूरत
निगम की सफाई व्यवस्था सुधारने के लिए लंबे समय से सैनिटरी एक्सपर्ट की मांग की जा रही है। नियमों के अनुसार यह पद एमबीबीएस या आयुर्वेदिक अधिकारी के लिए आरक्षित है, लेकिन अभी होम्योपैथिक डॉक्टर इस पद पर कार्यरत हैं। डॉ. तृप्ति पाणिग्रही और डॉ. दिव्या चंद्रवंशी फिलहाल प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत हैं। इस विषय पर भी संचालनालय स्तर पर गंभीर चर्चा शुरू हो चुकी है।
25 राप्रसे अधिकारियों की मांग
नगरीय प्रशासन संचालनालय ने 21 अप्रैल को नगरीय प्रशासन विभाग को पत्र भेजकर 25 राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों की मांग की है। इन्हें अपर आयुक्त, उपायुक्त और जोन आयुक्त के पदों पर तैनात किया जाएगा। संचालनालय ने इस फेरबदल को प्रशासनिक दृष्टिकोण से आवश्यक बताया है।