रायपुर। रायपुर नगर निगम की जल प्रदाय योजना के तहत संचालित सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (STP) को भारत सरकार द्वारा 4-स्टार और 3-स्टार रेटिंग प्रदान की गई है। यह रेटिंग एसटीपी के कुशल संचालन, जल पुनर्चक्रण को बढ़ावा देने और ऊर्जा दक्षता को ध्यान में रखकर योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए दी गई है।
रायपुर बना छत्तीसगढ़ का पहला 4-स्टार रेटिंग प्राप्त शहर
भारत सरकार के आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय ने “जल ही अमृत 2.0” योजना के तहत जल पुनः उपयोग को बढ़ावा देने के लिए “जल ही जीवन” कार्यक्रम शुरू किया है। इस योजना के तहत छत्तीसगढ़ के 11 एसटीपी के लिए 11.38 करोड़ रुपए की प्रोत्साहन राशि जारी की गई है।
रायपुर नगर निगम द्वारा निर्मित 4 एसटीपी के लिए कुल 8.75 करोड़ रुपए की प्रोत्साहन राशि मंजूर की गई, जिसमें से पहली किश्त के रूप में 6.13 करोड़ रुपए जारी किए गए। इस उपलब्धि के साथ रायपुर 4-स्टार रेटिंग प्राप्त करने वाला छत्तीसगढ़ का पहला शहर बन गया है।
रायपुर के एसटीपी और उनकी क्षमता
ग्राम भाठागांव 6 एमएलडी, ग्राम निमोरा 90 एमएलडी, ग्राम कारा 35 एमएलडी, ग्राम चंदनीडीह 75 एमएलडी
इन तीनों एसटीपी (निमोरा, कारा और चंदनीडीह) की कुल लागत 235 करोड़ रुपए रही। इन प्लांटों का निरंतर संचालन और गुणवत्ता जांच भारत सरकार द्वारा थर्ड-पार्टी ऑडिट से कराई गई।
स्टार रेटिंग का वितरण
- ग्राम भाठागांव के एसटीपी को 3-स्टार रेटिंग मिली।
- निमोरा, कारा और चंदनीडीह के एसटीपी को 4-स्टार रेटिंग प्राप्त हुई।
भविष्य की योजनाएं और तकनीकी उन्नति
रायपुर नगर निगम समय-समय पर तकनीकी सुधार और जल पुनर्चक्रण को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए उन्नति करेगा। इस उपलब्धि से शहर में जल संरक्षण और जल पुनः उपयोग को बढ़ावा मिलेगा, जिससे पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता में सुधार होगा।
रायपुर की इस उपलब्धि से राज्य को जल प्रबंधन के क्षेत्र में एक नई पहचान मिली है।