रायपुर। एक तरफ छत्तीसगढ़ प्रदेश अपने स्थापना के रजत जयंती मनाने तैयारी मे जुटा है ठीक उसी समय छत्तीसगढ़ राज्य के राजधानी रायपुर मे तेलीबांधा के व्हीआईपी चौक मे स्थापित छत्तीसगढ महतारी की मूर्ति को तोड़कर सडक मे फेंकने की घटना व तीन दिन बीत जाने के बाद भी दोषियो को पकड पाने मे असफल पुलिस प्रशासन के खिलाफ आज छत्तीसगढिया समाज मे भारी आक्रोश देखा जा रहा है।

दोषियो की गिरफ्तार कर कठोर सजा दिलाने के मांग कर रहे छत्तीसगढिया क्रान्ति सेना के प्रदेशअध्यक्षडा. अजय यादव व जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के केन्द्रीय अध्यक्ष अमित बघेल के साथ 60 महिलाओ व सेनानी साथियो को रायपुर पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर सेन्ट्रल जेल रायपुर भेजे जाने की खबर से भाटापारा के महतारी चौक मे छत्तीसगढिया क्रान्ति सेना , जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी व छत्तीसगढिया समाज ने सरकार प्रशासन व पुलिस के खिलाफ नारेबाजी कर शहर थाना भाटापारा मे महामहिम के नाम ज्ञापन सौपकर इस शर्मनाक व निंदनीय घटना का विरोध कर दोषियो के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग किया ।

छत्तीसगढ़ प्रदेश के तीन करोड निवासीयो के आस्था, सम्मान व अराध्य माता छत्तीसगढ महतारी की प्रतिमा जो राजधानी रायपुर के तेलीबांधा थाना से कुछ दूर व्हीआईपी चौक मे स्थापित थी , इस प्रतिमा को तोड़कर सिर को धड से अलग कर सडक किनारे फेक दिया गया। छत्तीसगढ़ महतारी के इस अपमान से पूरा छत्तीसगढिया समाज आहत है , जिन अपराधियो ने इस घृणित, शर्मनाक, जनभावनाओ को ठेस पहुंचाने ,छत्तीसगढियो को अपमानित करने का जघन्य अपराध किया है ,उन दोषियो को तत्काल गिरफ्तार कर कठोर सजा दिलाया जाए।

इस घटना के दो दिन बाद भी शासन-प्रशासन व पुलिस विभाग ने अब तक कोई कार्यवाही नही किया है ,जो बेहद दुखद , लापरवाही व प्रशासन की उपेक्षा उदासीनता को दिखाता है। महामहिम राज्यपाल महोदय से निवेदन किया है कि इस निंदनीय व कायराना घटना का संज्ञान लेकर छत्तीसगढ राज्य सरकार को त्वरित कठोर कार्यवाही करने हेतु आदेशित करे । वरना मजबूरन प्रशासन के खिलाफ उग्र आंदोलन हेतु हम मजबूर होंगे । जिसकी जवाबदारी छत्तीसगढ सरकार व प्रशासन की होगी ।

आज के इस विरोध प्रदर्शन मे चन्द्रकांत यदु, देव प्रसाद वर्मा ,गोपाल ध्रुव, खिलेन्द्र वैष्णव , सनत यदु, मूलचंद साहू , आलोक, देवा,सतीष, तोरण निषाद, जेसीपी जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र यदु, तोरण साहू, जितेंद्र वर्मा , संजय यादव ,के साथ बडी संख्या मे लोग उपस्थित रहे ।
