रायपुर। राजधानी रायपुर में अवैध शराब का धंधा अब इतनी चालाकी से फैल रहा है कि अब ये सीधे मोहल्लों की किराना दुकानों तक जा पहुंचा है। ताजा मामला हांडीपारा इलाके का है, जहां एक स्थानीय किराना दुकान से आबकारी विभाग ने बड़ी मात्रा में विदेशी शराब जब्त की है। ये शराब मध्यप्रदेश से तस्करी कर लाई गई थी और खुलेआम मोहल्ले में बेची जा रही थी।
गली-मोहल्लों में फैल रही शराब माफियाओं की जड़ें?
हांडीपारा जैसी घनी बस्ती में स्थित एक मामूली किराना दुकान, जहां बच्चे टॉफी और बिस्किट लेने जाते हैं, उसी दुकान से एमपी की ब्रांडेड शराब की बोतलें बरामद होना अब पूरे सिस्टम पर सवाल खड़े कर रहा है। आखिर यह अवैध शराब यहां तक पहुंच कैसे गई और इतने समय तक किसी को भनक क्यों नहीं लगी?
11.25 लीटर विदेशी शराब जब्त, दुकानदार गिरफ्तार
आबकारी विभाग ने 16 जून को की गई छापेमारी में 15 बोतल अवैध शराब जब्त की है, जिनमें ब्लेंडर प्राइड, रॉयल स्टैग और रॉयल चैलेंज जैसे ब्रांड शामिल हैं। दुकान संचालक कन्हैया लाल लूलिया को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके खिलाफ आबकारी अधिनियम की धाराओं में केस दर्ज कर लिया गया है।
अकेला नहीं हो सकता आरोपी, पीछे पूरा रैकेट?
जानकारों का मानना है कि यह केवल एक दुकानदार का मामला नहीं हो सकता। इस तरह की विदेशी शराब की खेप राजधानी के भीतर एक सामान्य व्यक्ति तक कैसे पहुंची, इसकी जांच गहराई से होनी चाहिए। कहीं न कहीं पुलिस, परिवहन या अन्य विभागों की चूक या मिलीभगत की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा सकता।
क्या किराना दुकानें बनती जा रही हैं नए ‘हॉटस्पॉट’?
इस घटना ने एक बड़ा अलर्ट खड़ा कर दिया है — क्या मोहल्ले की आम दुकानें अब तस्करी और गैरकानूनी कारोबार की सुरक्षित जगह बनती जा रही हैं? ये न सिर्फ कानून व्यवस्था के लिए खतरा है बल्कि समाज के छोटे बच्चों और युवाओं के लिए भी गंभीर चिंता का विषय है।
अब सिस्टम को चाहिए सख्ती और मॉनिटरिंग
इस घटना के बाद आबकारी विभाग ने अलर्ट जारी किया है कि शहर की हर छोटी-बड़ी दुकान की नियमित जांच की जाएगी। हालांकि सवाल यह भी है कि ऐसी जांच पहले क्यों नहीं हो रही थी? और अगर हो रही थी तो ये शराब दुकानों तक पहुंची कैसे?