रायपुर। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने आज राजधानी रायपुर में परम श्रद्धेय डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की जयंती बड़े ही गरिमामय माहौल में मनाई। शारदा चौक स्थित उनकी प्रतिमा स्थल पर भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं ने माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की और उनके राष्ट्रनिष्ठ योगदान को याद किया।
कार्यक्रम में आयोजित विचार गोष्ठी में मुख्य वक्ता भाजपा रायपुर जिलाध्यक्ष रमेश ठाकुर ने डॉ. मुखर्जी के जीवन और विचारों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि – “भारत माता के इस वीर सपूत का जन्म 6 जुलाई 1901 को हुआ था। वे न सिर्फ एक शिक्षाविद् और कानूनविद् थे, बल्कि भारत की एकता और अखंडता के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर करने वाले महान राष्ट्रभक्त भी थे।” उन्होंने बताया कि डॉ. मुखर्जी ने इंग्लैंड के लिंकन्स इन कॉलेज से बैरिस्टर की डिग्री प्राप्त की थी और देश लौटकर भारतीय राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाई।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए दक्षिण विधानसभा के विधायक सुनील सोनी ने कहा कि डॉ. मुखर्जी ने कश्मीर को भारत का अभिन्न हिस्सा बनाए रखने के लिए जो संघर्ष किया, वह आज भी प्रेरणास्पद है। उन्होंने अनुच्छेद 370 को भारत के विभाजन का रास्ता बताया और उसका विरोध करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए भाजपा मंडल अध्यक्ष विपिन शर्मा ने कहा कि – “डॉ. मुखर्जी एक प्रखर राष्ट्रवादी, निर्भीक वक्ता और सिद्धांतवादी राजनेता थे, जिन्होंने हमेशा राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखा।”
इस अवसर पर रायपुर लोकसभा सांसद बृजमोहन अग्रवाल, उत्तर विधायक पुरंदर मिश्रा, पश्चिम विधायक राजेश मूणत, महापौर मीनल चौबे, सभापति सूर्यकांत राठौड़ सहित कई वरिष्ठ नेता, पार्षद, युवा मोर्चा, महिला मोर्चा और विभिन्न मंडलों के पदाधिकारी उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में शंकर नगर मंडल, जवाहर नगर मंडल, फाफाडीह मंडल और तेलीबांधा मंडल सहित सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित रहे। सभी ने एक स्वर में डॉ. मुखर्जी के विचारों को आत्मसात करने और उनके बताए राष्ट्रपथ पर चलने का संकल्प लिया।
कार्यक्रम के दौरान “एक देश, एक निशान, एक विधान” के नारे भी गूंजे और पूरे आयोजन स्थल को राष्ट्रभक्ति की भावना से ओत-प्रोत कर दिया