नई दिल्ली। भारत ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का मुंहतोड़ जवाब देते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में मौजूद आतंकी ठिकानों को पूरी तरह तबाह कर दिया। इस ऐतिहासिक एयर स्ट्राइक की जानकारी दो महिला अधिकारियों ने देश के सामने रखी, जिनमें से एक थीं – भारतीय वायुसेना की साहसी और प्रेरणादायक अधिकारी विंग कमांडर व्योमिका सिंह।
आकाश की बेटी: व्योमिका सिंह कौन हैं
व्योमिका सिंह भारतीय वायुसेना की एक कुशल और अनुभवी हेलीकॉप्टर पायलट हैं, जिन्होंने देश की सेवा में अपना जीवन समर्पित कर दिया है। उन्होंने चेतक और चीता जैसे हेलीकॉप्टरों को उड़ाते हुए 2500 से अधिक घंटों की उड़ान का अनुभव अर्जित किया है। व्योमिका ने जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर भारत जैसे दुर्गम और संवेदनशील क्षेत्रों में कई चुनौतीपूर्ण मिशनों का नेतृत्व किया है।
बचपन का सपना बना सेवा का माध्यम
व्योमिका का नाम ही उनके जीवन की दिशा का संकेत बन गया। ‘व्योमिका’ का अर्थ होता है – ‘आकाश में विचरण करने वाली’। कक्षा 6 में अपने नाम के अर्थ को जानने के बाद उन्होंने तय कर लिया था कि वह पायलट बनेंगी। इस सपने को साकार करने की दिशा में पहला कदम उन्होंने नेशनल कैडेट कोर (NCC) जॉइन कर के उठाया। वर्दी से जुड़ाव और देशसेवा का जज़्बा वहीं से जन्मा।

शिक्षा और सैन्य जीवन
इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी करने के बाद व्योमिका सिंह ने भारतीय वायुसेना में बतौर हेलीकॉप्टर पायलट कमीशन प्राप्त किया। वर्ष 2019 में उन्हें फ्लाइंग ब्रांच में परमानेंट कमीशन प्राप्त हुआ। वे अपने परिवार की पहली सदस्य बनीं जिन्होंने सशस्त्र बलों में शामिल होकर इतिहास रचा।
रोमांच और नेतृत्व की मिसाल
सिर्फ ऑपरेशनल मिशन ही नहीं, व्योमिका ने साहसिक अभियानों में भी अग्रणी भूमिका निभाई है। वर्ष 2021 में उन्होंने त्रिसेना महिला पर्वतारोहण अभियान में भाग लिया, जिसमें सेना, नौसेना और वायुसेना की महिला अफसरों ने मिलकर एक नई मिसाल कायम की। इस अभियान की सराहना स्वयं वायुसेना प्रमुख और वरिष्ठ रक्षा अधिकारियों ने की थी।

भारत की नई प्रेरणा
ऑपरेशन सिंदूर के दौरान मीडिया को जानकारी देने वाली व्योमिका सिंह आज देशभर की महिलाओं के लिए एक नई प्रेरणा बनकर उभरी हैं। उन्होंने यह साबित कर दिया कि भारतीय महिलाएं न केवल सपने देख सकती हैं, बल्कि उन्हें पूरी ताकत के साथ पूरा भी कर सकती हैं।
विंग कमांडर व्योमिका सिंह आज उन तमाम युवाओं के लिए आदर्श हैं, जो देश की सेवा करने का सपना देखते हैं। उनका जीवन इस बात का प्रमाण है कि अगर हौसले बुलंद हों, तो कोई भी आकाश छूना नामुमकिन नहीं।