नई दिल्ली/लुधियाना: आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने स्पष्ट किया है कि वह राज्यसभा नहीं जाएंगे। यह बयान उन्होंने पंजाब के लुधियाना पश्चिम उपचुनाव में AAP के राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा की जीत के बाद दिया।
एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब केजरीवाल से पूछा गया कि पार्टी अरोड़ा की खाली हो रही राज्यसभा सीट के लिए किसे उम्मीदवार बनाएगी, तो उन्होंने जवाब दिया, “मुझे राज्यसभा भेजे जाने की चर्चाएं कई बार होती रही हैं, लेकिन मैं स्पष्ट करना चाहता हूं कि मैं राज्यसभा नहीं जा रहा हूं। पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति तय करेगी कि अगला उम्मीदवार कौन होगा।”
गौरतलब है कि 2022 में पंजाब विधानसभा चुनावों में भारी जीत के बाद AAP ने संजीव अरोड़ा को राज्यसभा भेजा था। हालांकि इस साल की शुरुआत में, लुधियाना पश्चिम सीट से विधायक गुरप्रीत बस्सी गोगी के निधन के बाद उपचुनाव की घोषणा हुई, और पार्टी ने संजीव अरोड़ा को मैदान में उतार दिया।
चुनाव प्रचार के दौरान अरविंद केजरीवाल की सक्रियता को लेकर कयास लगाए जाने लगे थे कि अरोड़ा की राज्यसभा सीट पर खुद केजरीवाल जा सकते हैं। पार्टी ने हालांकि फरवरी में ही इस अटकल को खारिज कर दिया था।
AAP की प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने उस समय बयान जारी कर कहा था, “पहले मीडिया कह रहा था कि केजरीवाल पंजाब के मुख्यमंत्री बनेंगे, अब कह रहे हैं कि वह राज्यसभा जाएंगे। ये सभी कयास निराधार हैं।”
हालांकि, पार्टी के मौजूदा राजनीतिक हालात में यह फैसला विशेष महत्व रखता है। AAP दिल्ली और नगर निगम में सत्ता खो चुकी है और फिलहाल केवल पंजाब में सरकार चला रही है। ऐसे में राज्यसभा की एक सीट को लेकर पार्टी में रणनीतिक मंथन जारी है।
अब सबकी नजरें AAP की राजनीतिक मामलों की समिति पर हैं, जो तय करेगी कि संजीव अरोड़ा के स्थान पर उच्च सदन में कौन जाएगा। केजरीवाल के इनकार के बाद यह साफ है कि वह फिलहाल राज्यसभा में जाने के मूड में नहीं हैं।