नई दिल्ली। देश के अगले उपराष्ट्रपति के चुनाव के लिए आज मतदान की प्रक्रिया शुरू हो गई है। संसद भवन में सबसे पहला वोट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डाला, जिसके साथ ही इस महत्वपूर्ण चुनाव की प्रक्रिया का औपचारिक आगाज़ हुआ। पीएम मोदी के मतदान के बाद अब अन्य सांसद भी अपना-अपना वोट डालने के लिए संसद भवन पहुंच रहे हैं।
वोटिंग शाम 5 बजे तक चलेगी और इसके तुरंत बाद, शाम 6 बजे से मतगणना शुरू होगी। उम्मीद की जा रही है कि आज रात तक भारत को नया उपराष्ट्रपति मिल जाएगा।
एनडीए सांसदों का रणनीतिक जमावड़ा
वोटिंग से पहले एनडीए की रणनीति भी सामने आई है। केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर के दिल्ली आवास पर हरियाणा, हिमाचल और दिल्ली के सांसदों का जुटान शुरू हो गया है। जानकारी के अनुसार, एनडीए सांसद समूहों में आकर मतदान करेंगे, ताकि मतदान प्रक्रिया में कोई भ्रम या बाधा न हो।
विपक्ष और अन्य दलों की स्थिति
इस बार उपराष्ट्रपति चुनाव में कुछ प्रमुख क्षेत्रीय दलों ने मतदान से दूरी बना ली है। केसीआर की भारत राष्ट्र समिति (BRS) और ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की पार्टी बीजू जनता दल (BJD) ने न तो किसी उम्मीदवार का समर्थन किया और न ही मतदान में भाग लेने का निर्णय लिया है। इन दोनों दलों के पास राज्यसभा में कुल 11 सांसद हैं।
पंजाब में बाढ़ की गंभीर स्थिति को देखते हुए शिरोमणि अकाली दल ने भी मतदान से दूर रहने का फैसला किया है। वहीं AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने साफ किया है कि उनकी पार्टी INDIA गठबंधन के उम्मीदवार का समर्थन कर रही है।
दूसरी ओर, वाईएसआर कांग्रेस पार्टी (YSRCP) ने एनडीए के उम्मीदवार के पक्ष में वोट डालने का निर्णय लिया है। पार्टी के कुल 11 सांसद हैं।

सुदर्शन रेड्डी का दावा – “हम जीतने जा रहे हैं”
INDIA गठबंधन के उम्मीदवार और सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी ने आत्मविश्वास से भरा बयान दिया है। उन्होंने कहा, “मुझे पूरा विश्वास है कि हम जीतने जा रहे हैं। मैं लोगों की अंतरात्मा को जगाने की कोशिश कर रहा हूं। मैंने यह नहीं कहा कि क्रॉस-वोटिंग होगी, और मुझे नहीं पता कि क्रॉस-वोटिंग क्या होती है।”
पीएम का हिमाचल और पंजाब दौरा
मतदान करने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद भवन से रवाना हो गए हैं। अब वे हिमाचल प्रदेश और पंजाब के बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगे। प्रधानमंत्री पठानकोट एयरबेस के ज़रिए कांगड़ा पहुंचेंगे और वहां बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करेंगे। इसके बाद वे राहत और पुनर्वास कार्यों की भी समीक्षा करेंगे।
उपराष्ट्रपति चुनाव की गणित
इस चुनाव में कुल 781 सांसद मतदान करेंगे। उपराष्ट्रपति का चुनाव संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों द्वारा किया जाता है। बहुमत जिसके पक्ष में होगा, वही देश का अगला उपराष्ट्रपति बनेगा।
अब सभी की निगाहें शाम 6 बजे की मतगणना पर टिकी हैं। देखना होगा कि सत्ता पक्ष एनडीए बाज़ी मारता है या विपक्षी INDIA गठबंधन कोई चौंकाने वाला परिणाम लेकर आता है।