दिल्ली: नासा की भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स नौ महीने के लंबे अंतरिक्ष मिशन के बाद बुधवार को पृथ्वी पर लौट रही हैं। उनकी वापसी को लेकर नासा के साथ-साथ भारत में भी उत्साह है। खास बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें एक विशेष पत्र भेजकर उनकी उपलब्धियों की सराहना की और भारत आने का न्योता दिया है।
प्रधानमंत्री मोदी ने भेजा भावुक संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने पत्र में लिखा, “भले ही आप हजारों मील दूर हैं, लेकिन फिर भी हमारे दिलों के बेहद करीब हैं। भारतवासी आपके अच्छे स्वास्थ्य और मिशन की सफलता के लिए प्रार्थना कर रहे हैं। आपकी वापसी के बाद हम भारत में आपसे मिलने के लिए उत्सुक हैं। अपनी सबसे प्रतिभाशाली बेटियों में से एक की मेजबानी करना पूरे देश के लिए गर्व की बात होगी।”

दिवंगत पिता को किया याद
पीएम मोदी ने पत्र में 2016 की अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान सुनीता और उनके दिवंगत पिता से हुई मुलाकात को भी याद किया। उन्होंने लिखा, “दिल्ली में एक कार्यक्रम के दौरान नासा के पूर्व अंतरिक्ष यात्री माइक मैसिमिनो से मुलाकात हुई थी, तब हमने आपके बारे में चर्चा की थी। उस समय मैंने महसूस किया कि आप पर न केवल भारत बल्कि पूरी दुनिया को गर्व है। इसके बाद मैं आपको पत्र लिखे बिना नहीं रह सका।”
भारत आने का न्योता
प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि अपनी अमेरिका यात्रा के दौरान उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडेन से भी सुनीता के बारे में चर्चा की थी। उन्होंने कहा कि पूरा भारत सुनीता विलियम्स की उपलब्धियों पर गर्व महसूस करता है और उनकी वापसी पर देश उन्हें सम्मानित करने के लिए उत्सुक है।
भारतीयों में खुशी की लहर
सुनीता विलियम्स की पृथ्वी पर वापसी से भारतीयों में गर्व और खुशी की लहर दौड़ गई है। केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री जितेंद्र सिंह ने पीएम मोदी का पत्र साझा करते हुए कहा कि सुनीता ने भारत की बेटियों के लिए प्रेरणा की मिसाल पेश की है। अब सबकी नजरें इस बात पर हैं कि क्या सुनीता प्रधानमंत्री मोदी के न्योते को स्वीकार कर जल्द भारत आएंगी।
सुनीता की यह वापसी सिर्फ एक अंतरिक्ष यात्रा का समापन नहीं, बल्कि एक ऐसे सफर की कहानी है, जिसने भारत के हर नागरिक को गर्व और प्रेरणा से भर दिया है।