नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र का छठा दिन राजनीतिक गहमागहमी और तीखी बहसों से भरपूर रहा। लोकसभा और राज्यसभा दोनों ही सदनों में पहलगाम आतंकी हमला और ऑपरेशन सिंदूर को लेकर विपक्ष और सरकार आमने-सामने नजर आए। इस दौरान कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर जबरदस्त हमला बोला। लेकिन अपने भाषण के बीच एक ऐसा पल भी आया जब उन्हें लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से माफी मांगनी पड़ी।
मेज पर जोर से हाथ मारना पड़ा भारी
राहुल गांधी जब सदन में बोल रहे थे, तो उन्होंने पाकिस्तान के जनरल आसिम मुनीर का जिक्र करते हुए कहा कि वह अमेरिका में ट्रंप के साथ लंच कर रहे थे, जबकि भारत के प्रधानमंत्री उस कमरे में भी नहीं जा सकते थे। इसी बीच राहुल गांधी ने भावुक होते हुए मेज पर जोर से हाथ मारा।
इस पर तुरंत लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने उन्हें टोका और कहा, “यह सदन की संपत्ति है, कृपया इसे नुकसान न पहुंचाएं।”
राहुल ने गलती मानते हुए तुरंत कहा, “सॉरी सर, गलती हो गई।”
प्रधानमंत्री की विदेश नीति पर राहुल का हमला
राहुल गांधी ने आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी “इमेज” बनाने के लिए सेना का उपयोग कर रहे हैं, जो देशहित में नहीं है। उन्होंने ट्रंप के उस दावे का जिक्र किया जिसमें ट्रंप ने कहा था कि उन्होंने भारत-पाक के बीच सीजफायर कराया था। राहुल ने प्रधानमंत्री से मांग की कि वे साफ तौर पर संसद में कहें कि “ट्रंप झूठ बोल रहे हैं।”
‘मन की बात नहीं, जनता की बात सुनिए’
राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री की ‘मन की बात’ कार्यक्रम को लेकर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री हर महीने मन की बात करते हैं, लेकिन देश की जनता की बात नहीं सुनते। किसानों, युवाओं और महिलाओं की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया जा रहा।”
इंदिरा गांधी का जिक्र कर मोदी पर निशाना
राहुल गांधी ने कहा कि यदि प्रधानमंत्री में इंदिरा गांधी जैसी एक प्रतिशत भी हिम्मत होती, तो वह POK को लेकर पाकिस्तान से कठोर रुख अपनाते। उन्होंने सरकार की विदेश नीति को कमजोर बताते हुए कहा, “असली लड़ाई पाकिस्तान से नहीं, चीन से है, और सरकार उसे नजरअंदाज कर रही है।”
संसद में गरमाया माहौल, विपक्ष हमलावर
राहुल गांधी के इस पूरे भाषण के दौरान सदन में माहौल गरम रहा। भाजपा सांसदों ने बीच-बीच में टोका-टोकी की, लेकिन राहुल ने अपने तेवर बनाए रखे और अंत तक सरकार को कई मोर्चों पर घेरा।