इंफाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को मणिपुर की राजधानी इंफाल पहुंचे, लेकिन वहां भारी बारिश के कारण उनकी यात्रा में कुछ बदलाव आए। पीएम मोदी को हेलीकॉप्टर से चूड़ाचांदपुर जाने का था, लेकिन मौसम के कारण यह संभव नहीं हो सका। इसके बजाय, उन्होंने सड़क मार्ग से यात्रा करने का निर्णय लिया, चाहे इसमें कितना भी समय क्यों न लगे। पीएम मोदी ने इस यात्रा को न केवल महत्वपूर्ण बताया, बल्कि इसे यादगार भी करार दिया।
मणिपुर के विकास पर ध्यान केंद्रित
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में मणिपुर के विकास की दिशा में केंद्र सरकार द्वारा किए गए विभिन्न प्रयासों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि पहले दिल्ली में लिए गए फैसले यहां तक पहुंचने में कई दशकों का समय लेते थे, लेकिन अब मणिपुर देश के अन्य हिस्सों के साथ समान रूप से प्रगति कर रहा है। पीएम ने कहा कि चूड़ाचांदपुर में अब एक मेडिकल कॉलेज स्थापित हो चुका है, जो इस क्षेत्र के विकास का एक बड़ा उदाहरण है।
शांति और विकास का संदेश
चूड़ाचांदपुर जिले में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने मणिपुर को आशा और आकांक्षाओं की धरती बताया। उन्होंने कहा कि “दुर्भाग्यवश, यहां की हिंसा ने इस खूबसूरत क्षेत्र पर अपनी छाया डाली है, लेकिन अब स्थिति बदल रही है। मणिपुर में आशा और विश्वास का एक नया सवेरा उग रहा है।” उन्होंने यह भी कहा कि शांति ही विकास की जड़ है, और पिछले 11 वर्षों में पूर्वोत्तर क्षेत्र में कई संघर्षों का समाधान किया गया है।

प्रधानमंत्री ने सभी समूहों और संगठनों से शांति की राह पर चलने की अपील की और कहा कि केवल शांति के साथ ही इस क्षेत्र में विकास की संभावनाएं पूरी हो सकती हैं। उन्होंने मणिपुर के लोगों के सामूहिक प्रयासों की सराहना की और इस दिशा में किए गए प्रयासों को मजबूत करने का आश्वासन दिया।
चूड़ाचांदपुर का प्यार कभी नहीं भूल सकते
प्रधानमंत्री मोदी ने चूड़ाचांदपुर में मिले प्रेम और समर्थन को भी अपने दिल में हमेशा के लिए संजोने की बात की। उन्होंने कहा, “इंफाल से चूड़ाचांदपुर की यात्रा के दौरान जो प्यार मुझे मिला, वह मैं कभी नहीं भूल सकता।” पीएम ने यहां के लोगों का आभार व्यक्त किया और कहा कि यह यात्रा उनके लिए बेहद खास है।
इस दौरान, पीएम मोदी ने राज्य में विभिन्न विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखी, जिनकी कुल लागत 7,300 करोड़ रुपये से अधिक है। इन परियोजनाओं का उद्देश्य मणिपुर के पहाड़ी इलाकों में रहने वाले लोगों के जीवन स्तर को और बेहतर बनाना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इन परियोजनाओं से मणिपुर के लोग विशेष रूप से लाभान्वित होंगे।
विस्थापित लोगों से मुलाकात
प्रधानमंत्री मोदी ने मणिपुर में जातीय हिंसा के कारण विस्थापित हुए लोगों से भी मुलाकात की। उन्होंने राजधानी इंफाल में इन लोगों की समस्याओं और शिकायतों को सुना और उन्हें विश्वास दिलाया कि केंद्र सरकार उनके साथ है और उनके पुनर्वास और कल्याण के लिए हर संभव प्रयास करेगी।