मधेपुरा (बिहार)। प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने अपनी धार्मिक कथा के दौरान देश में घट रही घटनाओं को लेकर एक बड़ा और तीखा बयान दिया है, जो इस समय सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले और पश्चिम बंगाल में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों का जिक्र करते हुए कहा कि अब वह समय आ गया है जब हर हिंदू को आत्मरक्षा के लिए तैयार रहना चाहिए।
प्रदीप मिश्रा ने अपने संबोधन में स्पष्ट कहा,
“पहलगाम की घटना बेहद दुखद है। आतंकवादी पूछते हैं कि क्या तुम हिंदू हो, और ‘हां’ कहने पर गोली मार दी जाती है। बंगाल में हिंदुओं को घर से निकाल कर गोली मारी जा रही है। ऐसे में कब तक चुप बैठेंगे?”
उन्होंने संसद में बैठे विपक्षी हिंदू सांसदों पर भी नाराजगी जताई और कहा,
“संसद भवन में बैठे 200 विपक्ष के हिंदू सांसद पूरी रात बॉक्स बिल पर बहस करते रहे, पर हिंदुओं की सुरक्षा पर एक शब्द नहीं बोले। यह हिंदू के नाम पर कलंक हैं। इन सांसदों को कश्मीर घाटी में भेज देना चाहिए, तब शायद इन्हें ज़मीनी सच्चाई का एहसास होगा।”
“हर हिंदू घर में शस्त्र होने चाहिए”
सनातन संस्कृति का उल्लेख करते हुए पंडित मिश्रा ने कहा कि हिंदुओं के घर में शास्त्र हों या न हों, शस्त्र ज़रूर होने चाहिए। उन्होंने अपने तर्क के समर्थन में कहा,
“हमारे किसी भी देवी-देवता को देख लीजिए — कोई भी बिना शस्त्र के नहीं है। जब हमारे आराध्य देवता शस्त्र रखते हैं तो हम क्यों नहीं?”
उन्होंने विशेष रूप से युवाओं से आग्रह किया कि वे शस्त्र चलाना सीखें और आत्मरक्षा के लिए खुद को सक्षम बनाएं।
सोशल मीडिया पर बहस तेज
पंडित प्रदीप मिश्रा का यह वीडियो इंटरनेट और सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। कई लोगों ने उनके बयान का समर्थन करते हुए कहा है कि यह समय की मांग है, वहीं कुछ लोगों ने इसकी आलोचना करते हुए इसे साम्प्रदायिक तनाव को बढ़ाने वाला बताया है।
इस बयान ने निश्चित रूप से समाज, राजनीति और धार्मिक मंचों पर एक नई बहस को जन्म दे दिया है। आने वाले समय में इस पर और भी तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आ सकती हैं।