नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच बीते कुछ दिनों से चल रहे सैन्य तनाव के बाद आखिरकार पाकिस्तान घुटनों पर आ गया है। भारतीय सेना द्वारा पाकिस्तान के 11 प्रमुख सैन्य ठिकानों और एयरबेस पर जबरदस्त कार्रवाई के बाद, पाकिस्तान ने डीजीएमओ स्तर पर भारत से सीजफायर की अपील की, जिसे भारत ने सशर्त स्वीकार कर लिया है।
भारतीय वायुसेना की जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान के रफीकी, नूर खान, रहीम यार खान, स्कर्दू, भोलारी, चुक्कुर, नगरोटा और जकोटाबाद जैसे एयरबेस पर जबरदस्त तबाही मचाई गई। भारत ने सियालकोट और पसरूर में पाकिस्तान के रडार सिस्टम को भी पूरी तरह नष्ट कर दिया।
सूत्रों के मुताबिक, नूर खान एयरबेस पर हुए हमले से पाकिस्तान बुरी तरह हिल गया, क्योंकि यह उसका एयर मोबिलिटी हब है। भारत की इस कड़ी कार्रवाई के बाद पाकिस्तान की तरफ से अमेरिकी मध्यस्थता के जरिए संघर्षविराम की अपील की गई।
अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बयान में कहा कि भारत और पाकिस्तान सीजफायर के लिए तैयार हो गए हैं। भारत के विदेश मंत्रालय ने पुष्टि की कि पाकिस्तान की ओर से डीजीएमओ स्तर पर कॉल आया था, जिसमें तत्काल हर प्रकार की सैन्य कार्रवाई को रोकने की बात कही गई।
हालांकि, संघर्षविराम के कुछ घंटों बाद ही पाकिस्तान की ओर से ड्रोन हमले किए गए, जिनमें भारत के जम्मू, पठानकोट और जैसलमेर जैसे क्षेत्रों को निशाना बनाया गया। इसके जवाब में भारत ने सख्त चेतावनी दी है और कहा है कि पाकिस्तान को स्थिति की गंभीरता समझनी होगी, वरना सेना को पूरी स्वतंत्रता के साथ जवाब देने के निर्देश दिए जा चुके हैं।
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि पाकिस्तान को हर हाल में संघर्षविराम का सम्मान करना होगा। वहीं, भारत अपनी सीमाओं की सुरक्षा के लिए पूरी तरह सतर्क है और हर मोर्चे पर मजबूत जवाब देने को तैयार है।