नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया (OCI) कार्ड धारकों और आवेदकों के लिए एक नया और अपडेटेड पोर्टल लॉन्च किया। इस नए पोर्टल का उद्देश्य भारतीय मूल के व्यक्तियों के पंजीकरण की प्रक्रिया को पहले से कहीं अधिक सरल और सुविधाजनक बनाना है।
गृह मंत्रालय द्वारा विकसित यह नया पोर्टल यूजर इंटरफेस को बेहतर बनाने और प्रक्रियाओं को डिजिटल रूप से सुव्यवस्थित करने की दिशा में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। पोर्टल को OCI कार्ड धारकों से मिले फीडबैक के आधार पर डिज़ाइन किया गया है, ताकि उपयोगकर्ताओं को बेहतर अनुभव मिल सके।

कार्ड धारकों और नए आवेदकों दोनों के लिए उपयोगी
इस पोर्टल की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि यह नए OCI कार्ड के लिए आवेदन करने वालों के साथ-साथ पुराने कार्डधारकों के लिए भी समान रूप से उपयोगी है। इससे वे अपनी जानकारी अपडेट कर सकेंगे, दस्तावेज़ अपलोड कर सकेंगे और अपनी स्थिति की जानकारी प्राप्त कर सकेंगे वह भी पूरी तरह ऑनलाइन और पारदर्शी प्रक्रिया के तहत।
क्या है OCI योजना?
ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया (OCI) योजना वर्ष 2005 में शुरू की गई थी। इसका उद्देश्य भारतीय मूल के उन विदेशी नागरिकों को विशेष दर्जा देना है जो भारत से भावनात्मक, पारिवारिक या सांस्कृतिक रूप से जुड़े हैं।
इस योजना के तहत वे सभी व्यक्ति पात्र हैं:
- जो 26 जनवरी 1950 के बाद भारत के नागरिक थे,
- या उस तिथि को भारत की नागरिकता के लिए पात्र थे,
- या फिर उनके वंशज भारतीय मूल के हैं।

क्यों है यह पोर्टल खास?
- फ्रेंडली यूजर इंटरफेस: पोर्टल को मोबाइल और डेस्कटॉप दोनों के लिए बेहतर बनाया गया है।
- डिजिटल अपलोड और ट्रैकिंग: आवेदक अब अपने दस्तावेज़ अपलोड कर सकते हैं और आवेदन की स्थिति की रियल-टाइम ट्रैकिंग कर सकते हैं।
- सरल प्रक्रिया: पहले की तुलना में कम स्टेप्स में आवेदन पूरा किया जा सकता है।
- फीडबैक आधारित सुधार: पुराने OCI कार्डधारकों के अनुभवों को ध्यान में रखकर डिज़ाइन किया गया।