कुम्भलगढ़ का किला राजस्थान के राजसमंद जिले में स्थित है और यह भारतीय इतिहास और वास्तुकला का एक महत्वपूर्ण उदाहरण है। यह किला अरावली पहाड़ियों पर स्थित है और अपनी विशाल दीवारों और अद्वितीय संरचना के लिए प्रसिद्ध है। इसे यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया है। किले का निर्माण मेवाड़ के महाराणा कुम्भा ने 15वीं शताब्दी (1433-1468) में करवाया था।
कुम्भलगढ़ किले की विशेषताएँ
- किले की दीवारें
कुम्भलगढ़ किले की दीवारें इतनी विशाल हैं कि इन्हें “भारत की ग्रेट वॉल” कहा जाता है। इनकी लंबाई लगभग 36 किलोमीटर है और यह दीवार दुनिया की दूसरी सबसे लंबी दीवार मानी जाती है। - स्थान और ऊंचाई
किला समुद्र तल से 1100 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जिससे यहां से आसपास का अद्भुत नजारा देखा जा सकता है। - वास्तुकला
किले की वास्तुकला राजपूत शैली में बनी है। इसमें सात विशाल द्वार (पोल) हैं, जो किले के मुख्य प्रवेश बिंदु हैं। - मंदिर और महल
किले के अंदर 300 से अधिक प्राचीन मंदिर हैं, जिनमें जैन और हिंदू मंदिर शामिल हैं। इसके अलावा, किले में “बादल महल” स्थित है, जो अपनी सुंदरता और वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है। - इतिहास
- कुम्भलगढ़ किला मेवाड़ साम्राज्य की रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण था।
- यह किला मेवाड़ के शासकों का सुरक्षित शरणस्थल था। महाराणा प्रताप का जन्म भी यहीं हुआ था।
- किले पर कई बार आक्रमण हुए, लेकिन इसे कभी जीतना आसान नहीं रहा।
- किले का नामकरण
किले का नाम इसके निर्माता महाराणा कुम्भा के नाम पर रखा गया है। - प्राकृतिक सुरक्षा
किला चारों ओर से घने जंगलों और पहाड़ियों से घिरा हुआ है, जो इसे प्राकृतिक रूप से सुरक्षित बनाता है।
पर्यटन महत्व
कुम्भलगढ़ किला आज भी राजस्थान का प्रमुख पर्यटन स्थल है। यहां हर साल हजारों पर्यटक आते हैं।
- साउंड एंड लाइट शो: किले में शाम को एक अद्भुत साउंड और लाइट शो आयोजित किया जाता है, जिसमें किले का इतिहास बताया जाता है।
- कुम्भलगढ़ महोत्सव: यह वार्षिक उत्सव किले की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को प्रदर्शित करता है।
कैसे पहुँचे?
- निकटतम हवाई अड्डा: उदयपुर हवाई अड्डा (लगभग 85 किलोमीटर दूर)
- निकटतम रेलवे स्टेशन: उदयपुर रेलवे स्टेशन
- सड़क मार्ग: यह किला उदयपुर से अच्छी तरह से सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है।
उपसंहार
कुम्भलगढ़ किला भारतीय इतिहास और संस्कृति का गौरवशाली प्रतीक है। इसकी भव्यता और ऐतिहासिक महत्व इसे एक अनमोल धरोहर बनाते हैं। यदि आप राजस्थान घूमने की योजना बना रहे हैं, तो इस किले की यात्रा अवश्य करें।