जम्मू: जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ सुरक्षा एजेंसियों की मुहिम लगातार तेज हो रही है। एक तरफ अनंतनाग जिले में आतंकवादियों के एक मददगार को गिरफ्तार किया गया है, वहीं पुंछ जिले में सुरक्षाबलों ने मंगलवार सुबह से 12 अलग-अलग स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया है।
अनंतनाग में गिरफ्तारी:
सेना और पुलिस की संयुक्त टीम ने आतंकवाद विरोधी अभियान के तहत बिजबेहरा से बुरहान अमीन मलिक नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। यह व्यक्ति आतंकवादियों को मदद पहुंचा रहा था। उसके पास से एक हथगोला भी बरामद हुआ है।
पुंछ में व्यापक सर्च ऑपरेशन:
सीमा जिले पुंछ के सुरनकोट और मेंढर इलाकों में संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने सुबह छह बजे से तलाशी अभियान शुरू किया। इसमें स्थानीय पुलिस का विशेष अभियान समूह (SOG), CRPF और राष्ट्रीय राइफल्स शामिल हैं।
तलाशी अभियान सरी, उस्तन, पठानखोर, लोहार मोहल्ला, चांदीमढ़, फागल, हरि टॉप, उचाद और कल्लर-गुरसाई सहित 12 से अधिक इलाकों में जारी है।
NIA की कार्रवाई:
इस बीच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने पहलगाम हमले की जांच में बड़ी सफलता हासिल की है। NIA ने रविवार को परवेज अहमद जोथर और बशीर अहमद जोथर को तीन पाकिस्तानी आतंकियों को शरण देने के आरोप में गिरफ्तार किया। यह हमला 22 अप्रैल को हुआ था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे।
NIA के अनुसार, गिरफ्तार आरोपी लश्कर-ए-तैयबा (LeT) से जुड़े पाकिस्तानी आतंकियों को छिपा रहे थे। दोनों आरोपियों को जम्मू की अदालत ने पांच दिन की हिरासत में भेज दिया है।
जम्मू में गोलीबारी मामले में भी कार्रवाई:
छह जून को जम्मू के गंग्याल इलाके में हुई गोलीबारी की घटना के दो मुख्य आरोपी हरनीत सिंह उर्फ ‘हनी’ और रमनदीप सिंह उर्फ ‘दत्ता’ को 17 दिन बाद गिरफ्तार कर लिया गया है। अब तक इस मामले में कुल छह लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।
निष्कर्ष:
जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई तेज हो गई है। तलाशी अभियानों, गिरफ्तारी और जांच एजेंसियों की मुहिम से साफ है कि भारत आतंकवाद की जड़ों को खत्म करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। सुरक्षा बलों की सतर्कता और तत्परता क्षेत्र में शांति बहाल रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।