भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंच गया है। शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने आवास पर एक आपातकालीन उच्चस्तरीय बैठक बुलाई, जिसमें रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और थल, वायु एवं नौसेना प्रमुखों की मौजूदगी रही। यह बैठक सीमा पर जारी सैन्य हलचलों और पाकिस्तान की ओर से हुए सीजफायर उल्लंघन के मद्देनज़र बुलाई गई।
इससे पहले शनिवार सुबह भारत ने चिनाब नदी पर बने डैम के कई गेट खोल दिए थे, जिससे पाकिस्तान के पंजाब और सिंध क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बन गए। वहीं, रविवार को भारत ने फिर से सलाल डैम के गेट खोल दिए, जिससे चिनाब नदी का जलस्तर और बढ़ गया है। पाकिस्तान ने इसे ‘जल युद्ध’ की संज्ञा दी है।
विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बताया कि भारत और पाकिस्तान के डीजीएमओ के बीच एक अस्थायी समझौता हुआ था कि सैन्य कार्रवाइयों को रोका जाएगा। लेकिन पाकिस्तान ने इसका उल्लंघन किया और सीजफायर तोड़ा, जिसके जवाब में भारतीय सेना ने सख्त कार्रवाई की है। सीमा पर घुसपैठ की कोशिशों को भी नाकाम किया जा रहा है।
भारत सरकार ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट मोड पर रहने के निर्देश दिए हैं। साथ ही पाकिस्तान के खिलाफ कूटनीतिक और रणनीतिक विकल्पों पर गंभीर मंथन किया जा रहा है।