राजधानी दिल्ली में लगातार हो रही भारी बारिश के बाद यमुना नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता मंगलवार को लोहा पुल पहुंचीं और स्थानीय लोगों से मुलाकात कर बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया।
CM बोलीं – “लोगों को किसी तरह की कठिनाई नहीं होने देंगे”
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है और लोगों की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक इंतजाम किए गए हैं। उन्होंने कहा –
“यमुना के मैदान में ही पानी का बहाव है। प्रशासन हर संभव व्यवस्था कर रहा है ताकि किसी को कठिनाई न हो। हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया पानी शाम तक दिल्ली पहुंचेगा, लेकिन पानी सही जगह पर बह रहा है। लोगों के रहने और खाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है।”
उन्होंने बताया कि उन्होंने जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों से बात कर सहयोग का आश्वासन दिया है।
यमुना किनारे हालात बिगड़े, लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुँचे
बारिश और जलस्तर बढ़ने के कारण दिल्ली के कई निचले इलाकों के लोग सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं। यमुना बाजार क्षेत्र में लोग जांघों तक पानी में चलते हुए घर छोड़ने को मजबूर हुए। वहीं सिविल लाइंस के मोनेस्ट्री मार्केट के दुकानदारों ने बाढ़ की आशंका को देखते हुए अपना सामान हटाना शुरू कर दिया।
स्थानीय दुकानदार दीपक रस्तोगी ने कहा –
“मेरी यहाँ तीन दुकानें हैं और 100 प्रतिशत पानी घुसेगा। प्रशासन ने हमें सावधान रहने की सलाह दी है। निचले इलाकों की सभी दुकानों ने अपना सामान हटाना शुरू कर दिया है। हमें बताया गया है कि यहाँ 2-3 दिन तक पानी भरा रहेगा।”
रेस्क्यू ऑपरेशन और अलर्ट
दिल्ली प्रशासन ने बुराड़ी के खेतों में फंसे किसानों को निकालने के लिए बचाव अभियान शुरू किया है। सुबह 10:30 बजे मजनू का टीला में भी यमुना का जलस्तर बढ़ने से खतरा बढ़ गया।
लोहा पुल पर शाम 5 बजे से यातायात और आम जनता की आवाजाही रोक दी गई है। यमुना नदी का जलस्तर 205.33 मीटर के खतरे के निशान को पार कर चुका है।
NCR में भारी बारिश का अलर्ट
दिल्ली-एनसीआर के कई हिस्सों में जलभराव की स्थिति है। खासकर गुरुग्राम में सोमवार दोपहर 3 बजे से शाम 7 बजे तक 100 मिमी से अधिक बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने दिल्ली-एनसीआर के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी करते हुए अगले 24 घंटों में भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी दी है।
