देश में एक बार फिर कोरोना वायरस ने दस्तक दे दी है। मौजूदा हालात में कोरोना के 260 से ज़्यादा मामले सामने आ चुके हैं। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में 9 महीने का एक बच्चा कोरोना पॉजिटिव पाया गया है, जिसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
दिल्ली सरकार की सख़्त एडवाइजरी
दिल्ली सरकार ने कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें तमाम ज़रूरी निर्देश दिए गए हैं:
- सभी अस्पतालों में बेड, ऑक्सीजन, दवाइयों, वैक्सीन और मेडिकल उपकरणों की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए।
- हर पॉजिटिव सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए लोक नायक अस्पताल भेजा जाएगा।
- सभी अस्पताल और संस्थान रोजाना दिल्ली हेल्थ पोर्टल पर अपनी रिपोर्ट अपडेट करें।
- अस्पताल परिसरों में मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है।
- स्वास्थ्यकर्मियों को विशेष कोविड ट्रेनिंग दी जाएगी।
- सभी जांच कोविड टेस्टिंग गाइडलाइंस के अनुसार ही की जाएंगी।
इन राज्यों में सबसे ज़्यादा मामले
केरल में कोरोना के सबसे अधिक 95 मामले सामने आए हैं। इसके बाद तमिलनाडु में 66 और महाराष्ट्र में 56 केस दर्ज किए गए हैं। अधिकतर मामलों में वायरस का JN.1 वैरिएंट ही पाया गया है।
वैश्विक स्थिति और अलर्ट
चीन, थाईलैंड और सिंगापुर जैसे देशों में भी कोरोना के मामलों में तेज़ बढ़ोतरी देखी जा रही है। इसे देखते हुए भारत का स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ चुका है।
डरने की नहीं, सतर्क रहने की ज़रूरत
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि देश पहले भी दो बड़ी कोरोना लहरों का सामना कर चुका है, इसलिए घबराने की ज़रूरत नहीं है। लेकिन सावधानी और सतर्कता बेहद ज़रूरी है।
निष्कर्ष
देश में कोरोना की वापसी भले ही चिंता का विषय हो, लेकिन पिछली सीखों के आधार पर स्वास्थ्य तंत्र पहले से बेहतर तैयार है। ज़रूरत है तो बस ज़िम्मेदार नागरिक बनने की और सभी निर्देशों का पालन करने की।