च्यवनप्राश एक आयुर्वेदिक टॉनिक है, जिसका उपयोग स्वास्थ्य को बढ़ाने और रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्युनिटी) को मजबूत करने के लिए किया जाता है। यह मुख्यतः आंवला (भारतीय गूज़बेरी) से तैयार किया जाता है, जो विटामिन सी का भरपूर स्रोत है। च्यवनप्राश का उल्लेख आयुर्वेदिक ग्रंथों में ‘च्यवन ऋषि’ से जुड़ा है, जिन्होंने इसे पहली बार तैयार किया था।
Contents
च्यवनप्राश बनाने की विधि (Chyawanprash Recipe)
आवश्यक सामग्री:
- आंवला: 1 किलो
- गुड़ या शहद: 500 ग्राम
- घी: 250 ग्राम
- देशी काली मिर्च: 10-12
- दालचीनी: 2-3 टुकड़े
- इलायची: 4-5 नग
- लौंग: 5-6 नग
- सोंठ (सूखा अदरक): 2 चम्मच
- तुलसी के पत्ते: 15-20
- शहद: 200 ग्राम (गुड़ के विकल्प में)
- पानी: आवश्यकतानुसार
बनाने की विधि:
- आंवले का पेस्ट तैयार करें:
आंवलों को धोकर साफ करें और उबाल लें। ठंडा होने के बाद उन्हें पीसकर पेस्ट बना लें। - मसालों का पाउडर तैयार करें:
काली मिर्च, दालचीनी, लौंग, इलायची, सोंठ आदि को पीसकर पाउडर बना लें। - आंवला पकाएं:
एक कड़ाही में आंवले का पेस्ट डालें और उसे मध्यम आंच पर पकाएं। इसमें घी डालें और लगातार चलाते रहें। - गुड़ या शहद मिलाएं:
जब आंवला मिश्रण थोड़ा गाढ़ा हो जाए, तो उसमें गुड़ या शहद डालकर पकाएं। - मसाले डालें:
तैयार मसालों का पाउडर और तुलसी के पत्ते डालकर अच्छी तरह मिलाएं। - गाढ़ा करें:
मिश्रण को धीमी आंच पर गाढ़ा होने तक पकाएं। इसे ठंडा होने दें और कांच के जार में स्टोर करें।

च्यवनप्राश खाने के फायदे (Benefits of Chyawanprash)
- इम्युनिटी बढ़ाए:
इसमें मौजूद आंवला और तुलसी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं। - पाचन सुधारता है:
सोंठ, इलायची और दालचीनी जैसे मसाले पाचन तंत्र को मजबूत करते हैं। - त्वचा को चमकदार बनाए:
इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट त्वचा की चमक को बढ़ाते हैं और झुर्रियों को रोकते हैं। - मस्तिष्क को मजबूत बनाए:
यह याददाश्त और मानसिक शक्ति को बढ़ाने में सहायक है। - सांस से जुड़ी समस्याओं में लाभदायक:
सर्दी, खांसी और अस्थमा जैसी समस्याओं में राहत देता है। - हृदय स्वास्थ्य को सुधारता है:
नियमित सेवन से कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित होता है और हृदय स्वस्थ रहता है। - ऊर्जा बढ़ाता है:
च्यवनप्राश शरीर में ऊर्जा का स्तर बढ़ाता है और थकान को दूर करता है। - हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत करता है:
इसमें कैल्शियम और अन्य पोषक तत्व हड्डियों की मजबूती में मदद करते हैं।
सेवन करने का सही तरीका
- रोज़ाना सुबह और रात को दूध के साथ 1-2 चम्मच च्यवनप्राश लें।
- बच्चों और बुजुर्गों को डॉक्टर की सलाह के अनुसार मात्रा दें।
नोट:
च्यवनप्राश सभी उम्र के लोगों के लिए फायदेमंद है, लेकिन डायबिटीज के मरीज शहद या गुड़ की मात्रा को लेकर सतर्क रहें और डॉक्टर से सलाह लें।