नई दिल्ली : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट 2025 में कैंसर समेत 36 जीवन रक्षक दवाओं को टैक्स फ्री करने की घोषणा की है। यह कदम उन मरीजों और उनके परिवारों के लिए बड़ी राहत साबित होगा जो लंबे समय से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए महंगी दवाओं से जूझ रहे थे।
कैंसर की दवाओं पर टैक्स फ्री की घोषणा
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में बजट भाषण के दौरान यह ऐलान किया कि कैंसर, फेफड़ों, ब्रेस्ट, ओवरी, और ब्लड कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के इलाज में उपयोग होने वाली दवाओं को अब टैक्स फ्री कर दिया जाएगा। इसके साथ ही, 6 जीवन रक्षक दवाओं पर 5 फीसदी कस्टम ड्यूटी भी लगेगी।
इन दवाओं से हटेगा बुनियादी शुल्क
कैंसर के इलाज में उपयोग होने वाली प्रमुख दवाएं जैसे सिस्प्लेटिन, डॉक्सोरुबिसिन, पैक्लिटैक्सेल, पेम्ब्रोलिजुमैब, इमैटिनिब, ट्रास्टुजुमैब, टैमोक्सीफेन, एनज़ालुटामाइड, और निवोलुमैब को टैक्स फ्री कर दिया जाएगा। साथ ही, इम्यूनोथैरेपी दवाओं पर भी बुनियादी शुल्क हटा लिया जाएगा।
कैंसर का इलाज महंगा है
भारत में कैंसर तेजी से फैल रही बीमारी बन गई है। इलाज महंगा होने के कारण यह आम आदमी की पहुंच से बाहर है। अक्सर कैंसर के इलाज में 15 से 20 लाख रुपये तक खर्च होते हैं, और फिर भी इसकी कोई गारंटी नहीं होती कि मरीज ठीक हो पाएगा। ऐसे में सरकार का यह कदम कैंसर मरीजों के लिए बड़ी राहत लाएगा।
आर्थिक कैंसर से जूझ रहे परिवारों को राहत
कैंसर का इलाज लंबा और खर्चीला होता है, जिससे मरीजों और उनके परिवारों पर भारी आर्थिक बोझ पड़ता है। सरकार के इस कदम से कैंसर के मरीजों को अब सस्ती दवाएं मिल सकेंगी, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति पर कम प्रभाव पड़ेगा और इलाज सस्ता होगा।
निष्कर्ष
बजट 2025 में कैंसर की दवाओं को टैक्स फ्री करने का निर्णय स्वास्थ्य के मोर्चे पर एक अहम कदम है। इससे न केवल कैंसर के मरीजों को राहत मिलेगी, बल्कि महंगी दवाओं और बढ़ते मेडिकल खर्च के कारण परेशान लोगों को भी बड़ी मदद मिलेगी।