चेन्नई, 5 जुलाई 2025 — आगामी तमिलनाडु विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। एआईएडीएमके महासचिव एडप्पादी के. पलानीस्वामी (ईपीएस) ने साफ कर दिया है कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन में नेतृत्व एआईएडीएमके के हाथ में होगा और सरकार भी उनकी पार्टी बनाएगी। साथ ही, अभिनेता-राजनेता थलापति विजय की पार्टी तमिलगा वेत्री कझगम (TVK) के लिए भी गठबंधन के दरवाजे खुले रखे गए हैं।
पलानीस्वामी ने कहा, “हम भाजपा के साथ गठबंधन में हैं, लेकिन गठबंधन का नेतृत्व एआईएडीएमके करेगी। भाजपा जैसी कोई भी पार्टी हम पर हावी नहीं हो सकती। हमने तमिलनाडु में 30 वर्षों से अधिक शासन किया है। यह समझौता केवल चुनाव के लिए है, सरकार एआईएडीएमके की ही बनेगी।”
यह बयान ऐसे समय में आया है जब पार्टी के भीतर यह आशंका जताई जा रही थी कि भाजपा तमिलनाडु में ‘राजनीतिक कहानी’ चुराने की कोशिश कर रही है। कुछ नेताओं को यह भी डर था कि भाजपा गठबंधन पर हावी हो सकती है। हालांकि ईपीएस ने इन चिंताओं को सिरे से खारिज किया है।
अमित शाह के बयान के बाद स्पष्टता की कोशिश
गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में बयान दिया था कि भाजपा और एआईएडीएमके मिलकर सरकार बनाएंगे और मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार एआईएडीएमके से होगा। लेकिन उन्होंने ईपीएस का नाम नहीं लिया, जिससे पार्टी के भीतर भ्रम की स्थिति बन गई थी। ईपीएस ने अब यह स्पष्ट कर दिया है कि गठबंधन के भीतर नेतृत्व उनकी पार्टी के हाथ में ही रहेगा।
थलापति विजय के लिए संदेश
राजनीतिक रूप से सक्रिय हो चुके अभिनेता विजय की पार्टी TVK को लेकर पूछे गए सवाल पर ईपीएस ने कहा, “जो भी डीएमके को सत्ता से हटाना चाहते हैं, उनका हमारे गठबंधन में स्वागत है।” उन्होंने स्पष्ट किया कि TVK को भी गठबंधन सहयोगी के रूप में आमंत्रित किया जा सकता है।
राज्यव्यापी चुनावी दौरे की घोषणा
एआईएडीएमके ने ऐलान किया है कि वह 7 जुलाई से कोयंबटूर से राज्यव्यापी चुनावी यात्रा शुरू करेगी। इस दौरान सभी सहयोगी दलों को आमंत्रित किया जाएगा, हालांकि भाजपा का नाम ईपीएस ने सीधे नहीं लिया।
तमिलनाडु की राजनीति में जहां डीएमके की सत्ता को चुनौती देने की तैयारी चल रही है, वहीं एआईएडीएमके की यह रणनीति बताती है कि पार्टी गठबंधन में दबदबे के साथ ही विकल्पों के लिए दरवाजे खुले रखना चाहती है।
अब नजर इस बात पर है कि क्या थलापति विजय गठबंधन में शामिल होंगे, और क्या भाजपा-एआईएडीएमके गठबंधन डीएमके को सत्ता से बाहर करने की रणनीति को सफल बना पाएगा।