अहमदाबाद/नई दिल्ली। अहमदाबाद में गुरुवार को हुए भीषण विमान हादसे के बाद शुक्रवार को राहत और जांच अभियान में एक महत्वपूर्ण सफलता मिली है। एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) को एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 का ब्लैक बॉक्स बरामद हो गया है, जो बीजे मेडिकल कॉलेज हॉस्टल की छत पर मिला। इस ब्लैक बॉक्स की मदद से अब यह पता लगाया जा सकेगा कि हादसे से ठीक पहले विमान में क्या हुआ था।
इस दुखद दुर्घटना में 12 क्रू मेंबर समेत कुल 242 लोग सवार थे। हादसे के बाद सिर्फ एक यात्री को जीवित बचाया जा सका, जबकि शेष सभी की मौत हो गई। रेस्क्यू टीम ने अब तक 270 शव बरामद किए हैं, जिनमें से 241 लोग विमान में सवार थे और 5 मेडिकल कॉलेज हॉस्टल के निवासी थे। हादसे के समय हॉस्टल में 50 से ज्यादा छात्र मौजूद थे।
राजस्थान से 13 मृतक, जबकि मध्यप्रदेश, हरियाणा और बिहार से एक-एक व्यक्ति की जान गई। मृतकों की पहचान के लिए परिजनों के DNA सैंपल लिए जा रहे हैं। दुख की बात यह है कि पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का शव भी इस हादसे में मिला है, लेकिन अब तक उसकी औपचारिक पहचान नहीं हो पाई है।

क्या है ब्लैक बॉक्स?
ब्लैक बॉक्स, जिसे तकनीकी रूप से फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR) और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) कहा जाता है, विमान की उड़ान के दौरान सभी तकनीकी जानकारियों और पायलटों की बातचीत को रिकॉर्ड करता है। यह हादसों की जांच में सबसे अहम उपकरण होता है। इसके जरिए उड़ान से पहले और दौरान क्या तकनीकी गड़बड़ियां आईं, पायलट ने क्या निर्णय लिए, और हादसे के समय का पूरा घटनाक्रम समझा जा सकता है। हालांकि इसका नाम “ब्लैक बॉक्स” है, यह वास्तव में चटक नारंगी रंग का होता है जिसे “इंटरनेशनल ऑरेंज” कहा जाता है ताकि मलबे में भी इसे आसानी से ढूंढा जा सके।
क्या हुआ था हादसे में?
एयर इंडिया की बोइंग 787 ड्रीमलाइनर फ्लाइट AI-171, अहमदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद बीजे मेडिकल कॉलेज परिसर पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई। पायलट ने इमरजेंसी सिग्नल ‘मेडे कॉल’ भेजा, लेकिन इसके तुरंत बाद एटीसी से संपर्क टूट गया और विमान मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल से जा टकराया। हादसे के बाद विमान में भीषण आग लग गई जिसने पूरे इलाके को चपेट में ले लिया। जांच एजेंसियों को अब ब्लैक बॉक्स से अहम सुराग मिलने की उम्मीद है, जिससे हादसे की असली वजह का जल्द खुलासा किया जा सकेगा।
