Natural Kajal DIY: घर पर बनाएं शुद्ध काजल, बिना किसी केमिकल के!
आजकल मार्केट में मिलने वाले ज्यादातर काजल में केमिकल्स और प्रिज़र्वेटिव्स होते हैं, जो आंखों के लिए हानिकारक हो सकते हैं। ऐसे में क्यों न कुछ ऐसा इस्तेमाल किया जाए जो पूरी तरह नेचुरल हो, आंखों को ठंडक दे और उन्हें स्वस्थ बनाए?
यहां हम आपको बता रहे हैं एक बेहद आसान और पारंपरिक तरीका जिससे आप घर पर ही शुद्ध और आयुर्वेदिक काजल बना सकते हैं।
किन चीज़ों की ज़रूरत होगी?
- शुद्ध देसी घी (गाय का घी) – आंखों को पोषण और ठंडक देने के लिए
- रुई की बाती – दीया जलाने के लिए
- दीया (मिट्टी या पीतल का)
- कांसे या स्टील की थाली (प्लेट) – कालिख इकट्ठा करने के लिए
- बादाम का तेल / नारियल तेल (वैकल्पिक) – काजल को स्मूद बनाने के लिए
काजल बनाने की विधि:
स्टेप 1: बाती तैयार करें
रुई को घी में भिगोकर एक छोटी सी बाती बना लें।
स्टेप 2: दीया जलाएं
दीया जलाकर उसके ऊपर थोड़ी दूरी पर एक कांसे की या स्टील की थाली उलटी रख दें। ध्यान रखें कि थाली पर कालिख जम सके और आग बुझने का डर न हो।
स्टेप 3: कालिख इकट्ठा करें
करीब 20-25 मिनट तक दीया जलने दें। फिर थाली को ठंडा होने दें और उस पर जमी हुई काली परत को धीरे-धीरे स्क्रैप करें।
स्टेप 4: पेस्ट बनाएं
अब इस कालिख में कुछ बूंदें घी की मिलाएं। आप चाहें तो बादाम या नारियल का तेल भी मिला सकते हैं ताकि काजल स्मूद और आंखों के लिए पोषक बन जाए।
स्टेप 5: स्टोर करें
इस तैयार काजल को एक छोटी साफ डिब्बी में रखें। यह कई हफ्तों तक खराब नहीं होता।
इस नेचुरल काजल के फायदे:
- आंखों को ठंडक देता है
- डार्क और स्मज-प्रूफ लुक देता है
- 100% केमिकल-फ्री
- आंखों की रोशनी को बढ़ाने में सहायक
- एलर्जी या जलन की समस्या नहीं होती
टिप्स:
- चाहें तो बादाम जलाकर भी काजल बना सकते हैं। इसे बादाम काजल कहा जाता है, जो आंखों की रोशनी के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है।
- बच्चों के लिए भी यह काजल पूरी तरह से सेफ है।