मॉस्को/कामचटका। रूस के सुदूर पूर्वी क्षेत्र कामचटका प्रायद्वीप बुधवार को भयानक प्राकृतिक आपदा का गवाह बना। पहले 8.8 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप और फिर क्लुचेव्स्कॉय ज्वालामुखी के अचानक विस्फोट ने पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल पैदा कर दिया। इस विनाशकारी घटनाक्रम ने रूस ही नहीं, बल्कि जापान, अमेरिका, दक्षिण अमेरिका और यूरोप के कई देशों में भी हड़कंप मचा दिया। लाखों लोगों को समुद्री तटों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
8.8 तीव्रता का भूकंप: धरती हिल उठी
यूएस जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के मुताबिक, भूकंप का केंद्र पेत्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की से 125 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में 19.3 किमी की गहराई में था। इसे 2011 के बाद का सबसे शक्तिशाली भूकंप माना जा रहा है और यह इतिहास का छठा सबसे बड़ा भूकंप है। इस भूकंप के झटके इटली, स्पेन, पुर्तगाल और मोरक्को तक महसूस किए गए। रूसी भूभौतिकीय सर्वेक्षण के अनुसार, यह कामचटका में 1952 के बाद सबसे बड़ा भूकंप था।
भूकंप के बाद फटा ज्वालामुखी
भूकंप के कुछ ही घंटों बाद क्लुचेव्स्कॉय ज्वालामुखी फट पड़ा। यह ज्वालामुखी क्षेत्रीय राजधानी से 450 किमी उत्तर में स्थित है। विस्फोट के दौरान गर्म लावा और नारंगी लपटें निकलती देखी गईं। कामचटका “आग और बर्फ की भूमि” के नाम से प्रसिद्ध है, क्योंकि यह प्रशांत महासागर की ‘रिंग ऑफ फायर’ पर स्थित है, जहां भूकंप और ज्वालामुखीय गतिविधियां सामान्य हैं।
सुनामी का बढ़ा खतरा, लाखों की निकासी
इस दोहरी आपदा के बाद रूस के कुरिल द्वीपों, जापान के होक्काइडो, हवाई, कैलिफोर्निया, चिली और कोलंबिया तक सुनामी चेतावनी जारी की गई।
- जापान में लगभग 20 लाख लोगों को समुद्री तट से हटाया गया।
- फुकुशिमा परमाणु संयंत्र को खाली कराया गया।
- हवाई में 1.7 मीटर और कैलिफोर्निया में 30 सेंटीमीटर ऊंची लहरें रिकॉर्ड की गईं।
- चिली में पांच जेलों को खाली कराया गया, और तटीय इलाकों से लोगों को हटा दिया गया।
फिलहाल राहत लेकिन अलर्ट जारी
हालांकि रूस, जापान और हवाई में सुनामी अलर्ट को कम कर दिया गया है, लेकिन चिली और कोलंबिया में अभी भी उच्च सतर्कता बरती जा रही है। रूसी अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि अगले 30 दिनों तक 7.5 तीव्रता तक के आफ्टरशॉक्स आ सकते हैं।
जान-माल का नुकसान कम, लेकिन खतरा अभी बरकरार
कामचटका की कम जनसंख्या होने के कारण बड़े पैमाने पर जनहानि नहीं हुई। पेत्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की में एक किंडरगार्टन को नुकसान पहुंचा और कुछ लोगों के घायल होने की खबर है, लेकिन किसी मौत की पुष्टि नहीं हुई है।
रूसी और जापानी प्रशासन सतर्क
रूसी आपातकालीन मंत्रालय ने बताया कि समय पर चेतावनी देने के चलते बड़े पैमाने पर जनहानि से बचा जा सका। जापान के मुख्य कैबिनेट सचिव योशिमासा हायाशी ने कहा कि दूसरी और तीसरी सुनामी लहरें ज्यादा खतरनाक हो सकती हैं, इसलिए लोगों को सतर्क रहना होगा।