काबुल में पाकिस्तानी एयरस्ट्राइक: TTP चीफ की मौत पर सस्पेंस, तालिबान-पाक संबंध तनावग्रस्त
काबुल में शुक्रवार को दो शक्तिशाली विस्फोटों और उसके बाद स्वचालित गोलीबारी ने शहर दहला दिया। रिपोर्ट्स के अनुसार, पाकिस्तानी विमानों ने तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के शिविरों पर हवाई हमले किए, जिससे अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया।
मुख्य बिंदु:
- यह हमला तालिबान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी की भारत यात्रा के समय हुआ, जिससे संकेत मिलता है कि पाकिस्तान नई दिल्ली की अफ़ग़ानिस्तान में बढ़ती पहुँच से चिंतित है।
- हमले का उद्देश्य TTP प्रमुख नूर वली महसूद को निशाना बनाना था, जो पूर्वी काबुल में संगठन और अल-क़ायदा के सुरक्षित ठिकाने से संचालित हो रहे थे।
- हालांकि, नूर वली महसूद का वॉइस मैसेज आया कि वे सुरक्षित हैं और पाकिस्तान में हैं, लेकिन उनके बेटे की मौत इस हमले में हो गई।
- यह हमला उच्च-स्तरीय पाकिस्तानी आतंकवादी को निशाना बनाने और सीमा पार गुप्त कार्रवाई का संकेत देता है।
- हाल के वर्षों में TTP ने पाकिस्तानी सैनिकों को निशाना बनाकर कई हमले किए हैं; 8 अक्टूबर को किए गए एक हमले में दो वरिष्ठ अधिकारियों समेत 11 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए।
- इस घटनाक्रम ने तालिबान और पाकिस्तान के संबंधों को भी प्रभावित किया है, क्योंकि तालिबान पर आरोप है कि वह TTP को हथियार और धन मुहैया कराता रहा है।
इस हमले ने अफगानिस्तान में सुरक्षा और क्षेत्रीय तनाव को बढ़ा दिया है और TTP के उच्च कमांड को निशाना बनाने की पाकिस्तान की रणनीति को उजागर किया है।