इस्लामाबाद/नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना द्वारा मई 2025 में किए गए “ऑपरेशन सिंदूर” का असर अब भी पाकिस्तान में देखने को मिल रहा है। ताज़ा जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान ने एक बार फिर रहीम यार खान एयरबेस के लिए NOTAM (नोटिस टू एयरमेन) जारी किया है, जिससे यह साफ हो गया है कि एयरबेस अब तक पूरी तरह से परिचालन में नहीं लौट पाया है।
रनवे अब भी जर्जर, मरम्मत अधूरी
सूत्रों के अनुसार, भारतीय हमले में एयरबेस के एकमात्र रनवे को गंभीर क्षति पहुंची थी। लगभग 3,000 मीटर लंबा यह रनवे ऑपरेशन सिंदूर के दौरान DRDO द्वारा विकसित स्मार्ट एंटी-एयरफील्ड वेपन (SAAW) से निशाना बनाया गया था। हमले के तीन महीने बाद भी इसकी मरम्मत अधूरी है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, रनवे को 15 अगस्त 2025 तक बंद रखने का अनुमान है।
पहले भी जारी हो चुका है NOTAM
गौरतलब है कि इससे पहले भी 18 जुलाई 2025 को पाकिस्तान सरकार ने इसी एयरबेस के लिए NOTAM जारी किया था। यह हालिया नोटिस इस बात की पुष्टि करता है कि एयरबेस की कार्यक्षमता अब भी बुरी तरह प्रभावित है।
रणनीतिक रूप से अहम है यह एयरबेस
रहीम यार खान एयरबेस पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में स्थित है और भारतीय सीमा के बेहद करीब होने के कारण इसे रणनीतिक रूप से अत्यंत संवेदनशील माना जाता है। यही कारण है कि भारतीय वायुसेना ने इस बेस को ऑपरेशन सिंदूर के दौरान टारगेट किया था। इस एयरबेस से पाकिस्तान वायुसेना कई अहम ऑपरेशन संचालित करती रही है।
ऑपरेशन सिंदूर: सटीक वार, रणनीतिक संदेश
10 मई 2025 को भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत रहीम यार खान एयरबेस पर सफल हवाई हमला किया था। इस मिशन में DRDO की SAAW तकनीक का इस्तेमाल कर रनवे को स्थायी रूप से अस्थिर कर दिया गया। इसके चलते पाकिस्तान की वायु रणनीति को बड़ा झटका लगा है।