📍 काठमांडू | 22 अप्रैल 2025 | PIB
भारत और नेपाल के बीच ऊर्जा सहयोग को नई मजबूती देने के उद्देश्य से केंद्रीय विद्युत एवं आवास और शहरी कार्य मंत्री श्री मनोहर लाल इन दिनों नेपाल की ऐतिहासिक यात्रा पर हैं। इस दौरान उन्होंने 900 मेगावाट की अरुण-3 जलविद्युत परियोजना के इलेक्ट्रोमैकेनिकल कार्यों का शुभारंभ किया और सीमा पार ट्रांसमिशन प्रणाली के लिए एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर करवाए।
⚡ अरुण-3 परियोजना में बड़ी प्रगति
नेपाल के संखुवासभा जिले में भारत की सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी SJVN लिमिटेड द्वारा विकसित की जा रही अरुण-3 जलविद्युत परियोजना भारत-नेपाल के ऊर्जा सहयोग की आधारशिला बन चुकी है। श्री मनोहर लाल द्वारा किए गए इलेक्ट्रोमैकेनिकल कार्यों के शुभारंभ से यह परियोजना अपने समय पर पूरा होने की दिशा में अग्रसर हो गई है।
🤝 भारत-नेपाल के बीच हुआ नया ऊर्जा समझौता
काठमांडू में आयोजित एक भव्य समारोह में भारत की महारत्न कंपनी पावरग्रिड और नेपाल विद्युत प्राधिकरण (NEA) के बीच सीमा पार ऊर्जा ट्रांसमिशन परियोजनाओं के लिए MoU पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर नेपाल के ऊर्जा मंत्री श्री दीपक खड़का और दोनों देशों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।
इस MoU के अंतर्गत भारत और नेपाल में दो संयुक्त उद्यम कंपनियों (Joint Venture Companies) की स्थापना की जाएगी, जो 400 केवी ट्रांसमिशन लिंक का निर्माण करेंगी।
🏗️ प्रस्तावित ट्रांसमिशन लिंक
- 400 केवी इनारुवा (नेपाल) – न्यू पूर्णिया (भारत)
- 400 केवी डोडोधारा (नेपाल) – बरेली (भारत)
इन दोहरी सर्किट ट्रांसमिशन परियोजनाओं के पूरा होने से भारत-नेपाल के बीच विद्युत आदान-प्रदान की क्षमता में वृद्धि, ग्रिड स्थिरता और आर्थिक विकास को महत्वपूर्ण प्रोत्साहन मिलेगा।
✍️ किसने किए हस्ताक्षर?
- भारत से: पावरग्रिड के निदेशक (कार्मिक) डॉ. यतीन्द्र द्विवेदी
- नेपाल से: NEA के ग्रिड ऑपरेशन्स विभाग के निदेशक श्री कमल आचार्य
इस ऐतिहासिक यात्रा और सहयोग से भारत और नेपाल के संबंधों में न केवल ऊर्जा के क्षेत्र में बल्कि क्षेत्रीय समृद्धि की दिशा में भी एक नया अध्याय जुड़ गया है।