नेपाल में जारी हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बीच पूर्व प्रधानमंत्री झालानाथ खनाल के घर पर हमला हुआ। प्रदर्शनकारियों ने उनके घर में आग लगा दी। इस दौरान उनकी पत्नी राज्यलक्ष्मी चित्रकार घर के अंदर मौजूद थीं। गंभीर रूप से झुलसने के बाद उन्हें कीर्तिपुर बर्न अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पहले उनकी मौत की अफवाहें फैली थीं, लेकिन अस्पताल सूत्रों ने पुष्टि की है कि वह जिंदा हैं।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, अब तक 30 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 1,033 लोग घायल हुए हैं। प्रदर्शनकारियों ने कई मंत्रियों, मेयरों और जनप्रतिनिधियों के घरों को निशाना बनाकर आगजनी और तोड़फोड़ की है। हालात इतने बिगड़े कि नेपाल के कई कैबिनेट मंत्री और नेताओं ने भारत में रिश्तेदारों के घर शरण ले ली है।
विरोध प्रदर्शनों की शुरुआत तब हुई जब ओली सरकार ने व्हाट्सएप, फेसबुक, एक्स, यूट्यूब समेत 22 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रतिबंध लगा दिया था। सरकार ने बाद में यह बैन हटा लिया, लेकिन तब तक आंदोलन हिंसक रूप ले चुका था।
आंदोलनकारी अब तक प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के आधिकारिक आवास, नेपाली कांग्रेस कार्यालय, संसद भवन और यहां तक कि सुप्रीम कोर्ट तक को आग के हवाले कर चुके हैं।
