मॉस्को। रूस के कामचटका प्रायद्वीप के पास 30 जुलाई 2025 को आए 8.8 तीव्रता के भीषण भूकंप और उसके बाद उठी सुनामी ने देश के रणनीतिक परमाणु पनडुब्बी बेस को प्रभावित किया है। सैटेलाइट तस्वीरों से पता चला है कि अवाचा खाड़ी में स्थित रयबाचिय नौसैनिक अड्डे को आंशिक नुकसान हुआ है, जो रूस के प्रशांत बेड़े की परमाणु पनडुब्बियों का प्रमुख केंद्र है। हालांकि, रूसी अधिकारियों ने दावा किया है कि स्थिति नियंत्रण में है और कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ।
सुनामी का प्रभाव
भूकंप का केंद्र अवाचा खाड़ी से लगभग 75 मील दक्षिण-पूर्व में था, जहाँ रयबाचिय और विल्युचिंस्क जैसे महत्वपूर्ण नौसैनिक अड्डे स्थित हैं। भूकंप के बाद चार मीटर तक ऊँची सुनामी लहरें उठीं, जिन्होंने कामचटका के तटवर्ती क्षेत्रों में तबाही मचाई। अम्ब्रा स्पेस के सिंथेटिक एपर्चर रडार (SAR) सैटेलाइट से ली गई तस्वीरों से पता चला कि रयबाचिय बेस का एक घाट अपनी मूल स्थिति से हटकर मुड़ गया है, जो संभवतः सुनामी लहरों के कारण हुआ।
परमाणु पनडुब्बी बेस की स्थिति
रयबाचिय बेस पर रूस की अत्याधुनिक बोरी और बोरी-ए क्लास की परमाणु पनडुब्बियाँ तैनात हैं, जो मॉस्को की समुद्री परमाणु रक्षा का आधार हैं। इसके अलावा, सोवियत-युग की डेल्टा-III क्लास पनडुब्बी और यासेन-एम क्लास क्रूज मिसाइल पनडुब्बियाँ भी यहाँ मौजूद हैं। सैटेलाइट तस्वीरों में दो पनडुब्बियाँ घाट पर सुरक्षित दिखाई दीं, और रॉयल यूनाइटेड सर्विसेज इंस्टीट्यूट के शोधकर्ता डॉ. सिद्धार्थ कौशल ने कहा कि पनडुब्बियों को कोई स्पष्ट नुकसान नहीं हुआ है।
हालांकि, विशेषज्ञों ने चिंता जताई है कि यदि पनडुब्बियाँ रखरखाव के दौरान थीं और उनके हैच खुले थे, तो सुनामी का पानी अंदर घुस सकता था, जिससे दीर्घकालिक समस्याएँ हो सकती थीं। रॉयल नेवी के पूर्व कमांडर टॉम शार्प ने बताया कि घाट का मुड़ना बेस के प्रवेश और निकास को प्रभावित कर सकता है, और पनडुब्बियों के जोरदार टकराव से भी आंशिक क्षति की संभावना है।
रूस का आधिकारिक बयान
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने दावा किया कि कामचटका की सभी इमारतें और बुनियादी ढांचे भूकंपरोधी हैं, और कोई हताहत नहीं हुआ। एक सेवानिवृत्त रूसी नौसेना अधिकारी ने ‘वॉर जोन’ को बताया कि बेस को परमाणु हमले का सामना करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, और कोई गंभीर नुकसान नहीं हुआ। रूसी रक्षा मंत्रालय ने भी बेस की स्थिति पर कोई विस्तृत बयान नहीं दिया है।
क्षेत्रीय प्रभाव और वैश्विक चिंता
भूकंप और सुनामी ने कामचटका में नागरिक बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुँचाया, जिसमें पेट्रोपावलोव्स्क-कामचात्स्की में एक किंडरगार्टन का ढहना और कई लोगों के मामूली रूप से घायल होने की खबरें शामिल हैं। पास के क्ल्यूचेव्स्काया सोपका ज्वालामुखी में भी विस्फोट शुरू हो गया, जिससे क्षेत्र में अस्थिरता बढ़ गई। सुनामी की चेतावनी जापान, हवाई, चिली और अमेरिका के पश्चिमी तट तक जारी की गई थी, लेकिन अधिकांश क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर तबाही टल गई।
सैन्य विश्लेषकों का कहना है कि रयबाचिय बेस की भूकंपीय जोखिम वाले क्षेत्र में स्थिति रूस की रणनीतिक संपत्तियों के लिए दीर्घकालिक खतरा पैदा करती है। घने बादलों के कारण सैटेलाइट डेटा का विश्लेषण सीमित रहा है, लेकिन विशेषज्ञ बेस की स्थिति और नौसैनिक गतिविधियों पर नज़र रख रहे हैं।