नई दिल्ली। भारत और फ्रांस के बीच 63,000 करोड़ रुपये की ऐतिहासिक राफेल मरीन लड़ाकू विमानों की डील पूरी हो गई है, जो भारतीय नौसेना की ताकत में अहम इजाफा करेगी। इस सौदे के तहत 26 राफेल समुद्री लड़ाकू विमानों को भारतीय नौसेना में शामिल किया जाएगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस समझौते पर मुहर लगाई।
भारत की जरूरत के अनुसार, इन विमानों को भारतीय आवश्यकताओं के हिसाब से अनुकूलित किया जाएगा और आईएनएस विक्रांत पर तैनात किया जाएगा। यह डील भारतीय वायुसेना के राफेल विमानों के बेड़े को और भी मजबूत करेगी, जिनका पहले ही 36 विमानों का बेड़ा है।
राफेल मरीन विमानों के इस सौदे से न केवल भारतीय समुद्री ताकत में वृद्धि होगी, बल्कि पाकिस्तान और चीन की चुनौती का सामना करने में भी मदद मिलेगी। इसके साथ ही, भारतीय रक्षा क्षेत्र में फ्रांस के साथ रिश्तों को और भी मजबूती मिलेगी।