भारत-ईरान की बढ़ती नजदीकियां: पाकिस्तान की बढ़ी टेंशन, डोभाल ने तैयार किया रणनीतिक प्लान
नई दिल्ली/तेहरान, 19 मई 2025:
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोभाल और ईरान के समकक्ष डॉ. अहमदियान के बीच हुई बातचीत ने क्षेत्रीय कूटनीति में हलचल मचा दी है। यह बातचीत ऐसे समय में हुई है जब भारत-पाकिस्तान के बीच सैन्य तनाव चरम पर है।
भारत और ईरान ने चाबहार बंदरगाह परियोजना और इंटरनेशनल नॉर्थ-साउथ ट्रांसपोर्ट कॉरिडोर (INSTC) को तेजी से आगे बढ़ाने पर सहमति जताई है। चाबहार पोर्ट के ज़रिए भारत को रूस और मध्य एशिया तक पहुँच मिलेगी, वह भी पाकिस्तान को बायपास करते हुए, जिससे इस्लामाबाद की चिंता बढ़ना स्वाभाविक है।
डोभाल ने बातचीत में स्पष्ट किया कि भारत का फोकस सहयोग और क्षेत्रीय स्थिरता पर है, भले ही पाकिस्तान से तनाव बना हुआ है। ईरान ने भी इस सहयोग को व्यापक क्षेत्रीय शांति और विकास के लिए ज़रूरी बताया है।
चाबहार और INSTC प्रोजेक्ट क्यों महत्वपूर्ण हैं?
- भारत को रूस, यूरोप और मध्य एशिया से जोड़ने वाला 7,200 किमी लंबा परिवहन गलियारा।
- पाकिस्तान को बायपास कर भारत-अफगानिस्तान और सेंट्रल एशिया के बीच सीधा व्यापार मार्ग।
- ईरान की योजना, चाबहार से पाकिस्तान-अफगान बॉर्डर तक रेल लाइन लाकर भारत के साथ कनेक्टिविटी और बढ़ाने की है।
इस कूटनीतिक विकास से यह स्पष्ट हो रहा है कि भारत और ईरान, रणनीतिक स्तर पर घनिष्ठ साझेदारी की ओर बढ़ रहे हैं, जो पाकिस्तान के लिए एक नई चुनौती बन सकती है।