अमेरिका की पूर्व फर्स्ट लेडी मेलानिया ट्रंप को देश से बाहर निकालने की मांग इन दिनों जोर पकड़ रही है। यह विवाद डोनाल्ड ट्रंप की नई नागरिकता नीति के कारण खड़ा हुआ है, जिसमें अमेरिका के नैचुरलाइज नागरिकों की जांच कर उनकी नागरिकता समाप्त करने की योजना बनाई गई है। आलोचक कह रहे हैं कि अगर ट्रंप इस नीति के तहत कार्रवाई करना चाहते हैं, तो उन्हें सबसे पहले अपनी पत्नी मेलानिया ट्रंप की नागरिकता की भी जांच करनी चाहिए।
दरअसल, अमेरिका के एक सामाजिक अधिकार संगठन ‘मूव ऑन’ ने मेलानिया ट्रंप को लेकर एक सिग्नेचर अभियान शुरू किया है। इस याचिका में मांग की गई है कि डोनाल्ड ट्रंप द्वारा प्रस्तावित योजना के तहत मेलानिया की नागरिकता भी खत्म होनी चाहिए। इस अभियान पर अब तक हजारों लोगों ने हस्ताक्षर किए हैं और ट्रंप विरोधी डेमोक्रेट नेताओं ने भी इसका समर्थन किया है।
मेलानिया ट्रंप का जन्म पूर्व यूगोस्लाविया (अब स्लोवेनिया) में हुआ था। उन्होंने 2006 में अमेरिका की नागरिकता प्राप्त की थी और वह अमेरिका की पहली ऐसी प्रथम महिला बनीं जो नैचुरलाइज्ड सिटीजन थीं। 2018 में न्यूयॉर्क टाइम्स की एक रिपोर्ट में बताया गया था कि मेलानिया ने अपने माता-पिता को ग्रीन कार्ड दिलाने और बाद में नागरिकता दिलवाने में मदद की थी।
हालांकि यह याचिका करीब पांच महीने पहले शुरू की गई थी, लेकिन आयरिश स्टार नामक अखबार की हालिया रिपोर्ट के बाद इस मुद्दे ने दोबारा तूल पकड़ लिया है। पहले जहां इस याचिका पर केवल 100 हस्ताक्षर थे, अब यह संख्या 6000 से ज्यादा हो चुकी है।
इस पूरे घटनाक्रम ने अमेरिका में आव्रजन नीति पर चल रही बहस को और तेज कर दिया है। अब देखना यह है कि ट्रंप इस आलोचना का जवाब कैसे देते हैं और क्या उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप भी उनकी कठोर नीतियों की चपेट में आती हैं या नहीं।