अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर भीषण संघर्ष: तालिबान के पलटवार में 15 पाकिस्तानी सैनिक ढेर, कई चौकियाँ कब्जे में
अफगानिस्तान-पाकिस्तान सीमा पर एक बार फिर खूनी संघर्ष छिड़ गया है। पाकिस्तानी हवाई हमलों के जवाब में तालिबान बलों ने जोरदार पलटवार करते हुए 15 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया। दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव ने दक्षिण एशिया की सुरक्षा स्थिति को और जटिल बना दिया है।
अफगानिस्तान के हेलमंद प्रांत में डूरंड रेखा के पास हुई इस झड़प में तालिबान ने पाकिस्तान की तीन सैन्य चौकियाँ कब्जे में लेने का दावा किया है। अफगान रक्षामंत्रालय के प्रवक्ता मौलवी मोहम्मद कासिम रियाज ने बताया कि अभियान के दौरान भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी जब्त किए गए।
तालिबान ने पाकिस्तान पर अफगानिस्तान की संप्रभुता के उल्लंघन का आरोप लगाया है। अफगान रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा —
“काबुल और पक्तिका पर किए गए हवाई हमलों का करारा जवाब दिया गया है। अगर पाकिस्तान दोबारा सीमा का उल्लंघन करेगा, तो अफगान बल जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।”
वहीं, इस्लामाबाद ने हवाई हमलों की पुष्टि नहीं की है, लेकिन उसने काबुल से मांग दोहराई है कि वह अपनी धरती से तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) को शरण देना बंद करे। पाकिस्तान का दावा है कि टीटीपी के आतंकवादी अफगान सीमा का इस्तेमाल कर पाकिस्तान में हमले कर रहे हैं।
सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच दोनों देशों की सेना ने भारी हथियार तैनात कर दिए हैं। पाकिस्तानी सुरक्षा एजेंसियों ने खैबर-पख्तूनख्वा क्षेत्र में अलर्ट जारी किया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, अफगान बलों ने कई सीमावर्ती प्रांतों — हेलमंड, कंधार, पक्तिका, पक्तिया, खोस्त और नंगरहार — में पाकिस्तानी चौकियों को निशाना बनाया है।
संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने दोनों पक्षों से संयम बरतने और कूटनीतिक समाधान खोजने की अपील की है।
मुख्य बिंदु:
- तालिबान का पलटवार: 15 पाक सैनिकों की मौत, 3 चौकियाँ कब्जे में।
- संप्रभुता विवाद: अफगानिस्तान ने पाकिस्तान पर सीमा उल्लंघन का आरोप लगाया।
- TTP विवाद: पाकिस्तान ने अफगान तालिबान पर आतंकी संगठन को संरक्षण देने का आरोप दोहराया।
- क्षेत्रीय चिंता: सीमा पर तनाव से दक्षिण एशिया में अस्थिरता की आशंका।