अल्सर (Ulcer) बीमारी एक प्रकार का घाव या घातक घाव होता है जो शरीर के आंतरिक या बाहरी भागों में उत्पन्न होता है। यह मुख्य रूप से त्वचा या म्यूकोसामिक झिल्ली (mucous membrane) पर होता है। अल्सर पेट, आंत, गले, मुंह, या त्वचा पर हो सकता है। पेट में उत्पन्न होने वाले अल्सर को आमतौर पर पेप्टिक अल्सर कहा जाता है, जबकि त्वचा पर होने वाले अल्सर को डीबिटिक अल्सर और आंतों या आंतरिक अंगों में होने वाले अल्सर को इंटेस्टाइनल अल्सर कहा जाता है।
अल्सर के प्रकार:
- पेट का अल्सर (Peptic Ulcer): पेट या आंत के ऊपरी हिस्से में होने वाले घाव को पेट का अल्सर कहते हैं। यह आमतौर पर H. pylori बैक्टीरिया या एसिड के कारण होता है।
- मुँह के अल्सर (Mouth Ulcer): यह मुंह के अंदर उत्पन्न होता है, और इसे Canker Sores कहा जाता है। यह तनाव, विटामिन की कमी या इन्फेक्शन के कारण हो सकता है।
- त्वचा के अल्सर (Skin Ulcer): यह त्वचा पर स्थित होते हैं और अक्सर चोट, संक्रमण या रक्त संचार में कमी के कारण होते हैं।
- आंतों के अल्सर (Intestinal Ulcer): यह आंतों के अंदर स्थित होते हैं और मुख्य रूप से क्रोहन रोग या कॉलिटिस जैसी बीमारियों के कारण होते हैं।
- डीबिटिक अल्सर (Diabetic Ulcer): यह डायबिटीज़ (मधुमेह) के रोगियों में आम होते हैं, खासकर पैरों में। उच्च रक्त शर्करा के कारण नसों में क्षति और रक्त संचार में समस्या हो सकती है।
अल्सर के कारण:
- H. pylori बैक्टीरिया: यह पेट और आंतों के अल्सर के प्रमुख कारणों में से एक है।
- एसिड अधिक बनना: पेट में अत्यधिक एसिड का निर्माण भी अल्सर का कारण बन सकता है।
- लंबे समय तक दवाओं का सेवन: एस्पिरिन या नॉन-स्टेरॉइडल एंटी-इन्फ्लेमेटरी ड्रग्स (NSAIDs) जैसे दवाओं के अधिक सेवन से अल्सर हो सकता है।
- तनाव: मानसिक तनाव और चिंता से भी पेट के अल्सर का खतरा बढ़ सकता है।
- अस्वस्थ आहार: अत्यधिक मसालेदार, तैलीय या खट्टे खाद्य पदार्थों का सेवन भी अल्सर को बढ़ावा दे सकता है।
- धूम्रपान और शराब: यह दोनों भी पेट और आंतों के अल्सर के कारण बन सकते हैं।

अल्सर के लक्षण:
- पेट में जलन या दर्द, खासकर खाना खाने के बाद।
- अपच और गैस।
- जी मिचलाना या उल्टी आना।
- रक्त की उल्टियां या काले रंग की मल (ब्लैक स्टूल)।
- बुखार और वजन घटना।
- मुँह में घाव या छाले।
अल्सर का उपचार:
- दवाएं: प्रोटॉन पंप इनहिबिटर (PPI), एंटासिड्स और एंटीबायोटिक्स (H. pylori संक्रमण के लिए) दिए जाते हैं।
- सर्जरी: कुछ गंभीर मामलों में सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है, जैसे कि अल्सर से अत्यधिक रक्तस्राव।
- स्वस्थ आहार: मसालेदार, तैलीय, खट्टे या एसिडिक खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए।
- स्ट्रेस मैनेजमेंट: मानसिक तनाव को कम करने के लिए ध्यान और योग की मदद ली जा सकती है।
- धूम्रपान और शराब से बचें: ये अल्सर के उपचार को प्रभावित कर सकते हैं, इसलिए इनसे बचना चाहिए।
अल्सर से बचाव के उपाय:
- स्वस्थ आहार का पालन करें: फाइबर से भरपूर और हल्का भोजन करें।
- दवाइयों का सेवन सावधानी से करें: यदि एस्पिरिन या NSAIDs दवाएं ले रहे हैं तो डॉक्टर से परामर्श करें।
- तनाव को कम करें: ध्यान, योग और पर्याप्त नींद लें।
- हाइजीन का ध्यान रखें: हाथ धोने की आदत को अपनाएं और भोजन को साफ रखें।
अल्सर एक गंभीर समस्या हो सकती है, लेकिन सही उपचार और जीवनशैली में बदलाव से इसे नियंत्रित किया जा सकता है। यदि आपको अल्सर के लक्षण महसूस हों, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।