आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में खराब डाइट और अनहेल्दी लाइफस्टाइल कई शारीरिक परेशानियों का कारण बन रहे हैं। इन्हीं में से एक है — थायराइड डिसऑर्डर। बहुत से लोग इसे सिर्फ फिजिकल हेल्थ से जोड़कर देखते हैं, लेकिन सच तो यह है कि थायराइड मेंटल हेल्थ पर भी गहरा असर डाल सकता है।
इस लेख में जानिए:
- थायराइड का मानसिक स्वास्थ्य पर कैसा प्रभाव पड़ता है?
- किन लक्षणों को नजरअंदाज न करें?
- और किन उपायों से इसे कंट्रोल किया जा सकता है?
🔬 थायराइड क्या है और यह क्यों होता है?
थायराइड एक छोटा सा ग्लैंड होता है जो थाइरॉक्सिन हार्मोन बनाता है। इसका काम होता है शरीर की मेटाबॉलिज्म एक्टिविटी को कंट्रोल करना। जब यह हार्मोन असंतुलित होता है, तो दो स्थितियां बन सकती हैं:
- हाइपरथायरायडिज्म (Hyperthyroidism) – हार्मोन का अधिक बनना
- हाइपोथायरायडिज्म (Hypothyroidism) – हार्मोन का कम बनना
🧘♀️ मानसिक स्वास्थ्य पर असर कैसे डालता है थायराइड?
☑️ हाइपरथायरायडिज्म में:
- अत्यधिक बेचैनी
- मूड स्विंग्स और चिड़चिड़ापन
- नींद में परेशानी
- एंग्जायटी और स्ट्रेस
☑️ हाइपोथायरायडिज्म में:
- थकावट और ऊर्जा की कमी
- डिप्रेशन जैसे लक्षण
- धीमी सोचने की क्षमता
- एकाग्रता में कमी
📌 विशेषज्ञों का मानना है कि थायराइड हार्मोन का असंतुलन सीधे दिमाग में ‘हैप्पी हार्मोन’ (जैसे सेरोटोनिन और डोपामिन) के स्तर को प्रभावित करता है।
📈 थायराइड के अन्य लक्षण जिन्हें न करें नजरअंदाज:
- वजन तेजी से बढ़ना या घटना
- शरीर का तापमान असहज लगना (बहुत ठंडा या बहुत गर्म लगना)
- कब्ज या डायरिया
- महिलाओं में पीरियड्स संबंधी अनियमितता
- त्वचा और बालों में बदलाव
✅ ऐसे रखें थायराइड और मेंटल हेल्थ का ध्यान
🥗 हेल्दी डाइट अपनाएं:
- आयोडीन युक्त नमक का इस्तेमाल करें
- सब्जियां, फल, नट्स और फाइबर युक्त खाना खाएं
- अत्यधिक प्रोसेस्ड फूड और कैफीन से बचें
🧘♂️ स्ट्रेस मैनेजमेंट:
- मेडिटेशन और योग करें
- डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करें
- पर्याप्त नींद लें (7-8 घंटे)
🏃♀️ रेगुलर एक्सरसाइज:
- वॉकिंग, स्विमिंग या साइकलिंग जैसे कार्डियो एक्सरसाइज करें
- सप्ताह में कम से कम 5 दिन फिजिकल एक्टिविटी जरूरी है
💊 डॉक्टरी सलाह और दवा:
- थायराइड का इलाज केवल डॉक्टर द्वारा निर्धारित दवा से संभव है
- हर 3-6 महीने में टेस्ट करवाएं
🧾 निष्कर्ष:
थायराइड की समस्या केवल शारीरिक ही नहीं बल्कि मानसिक स्वास्थ्य पर भी सीधा प्रभाव डालती है। समय पर जांच, सही इलाज और हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाकर इससे जुड़ी मेंटल हेल्थ समस्याओं से बचा जा सकता है।
🛑 डिस्क्लेमर:
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या के लिए डॉक्टर से संपर्क अवश्य करें।