नई दिल्ली: ‘वॉयस ऑफ मुकेश’ के नाम से मशहूर प्लेबैक सिंगर बाबला मेहता का निधन हो गया है, जिससे मनोरंजन इंडस्ट्री में शोक की लहर दौड़ गई है। बाबला ने अपनी जादुई आवाज से 90 के दशक में संगीत प्रेमियों के दिलों में एक खास जगह बनाई थी। वह भारतीय सिनेमा के एक अहम गायक और म्यूजिक कंपोजर थे, जिन्होंने 250 से ज्यादा गानों को अपनी आवाज दी थी।
बाबला मेहता का निधन
बाबला मेहता का निधन 22 जुलाई को मुंबई में हुआ। उनकी मौत का कारण फिलहाल सामने नहीं आया है। 22 जुलाई को ही संगीत जगत के दिग्गज गायक मुकेश की जयंती मनाई जाती है, और बाबला का निधन उसी दिन हुआ, जो एक संयोग था। बाबला मेहता को मुकेश का बड़ा प्रशंसक माना जाता था और उन्होंने कई मुकेश के गाने रीक्रिएट भी किए थे। उनकी आवाज को सुनकर अक्सर ऐसा लगता था कि जैसे खुद मुकेश ही गा रहे हों।

बाबला मेहता के प्रसिद्ध गाने
बाबला मेहता ने कई हिट फिल्मों में अपने गानों की आवाज दी। इनमें प्रमुख फिल्में थीं –
- चांदनी
- दिल है कि मानता नहीं
- सड़क
- बेटा
- तहलका
इन फिल्मों में उनके गाने आज भी लोगों की ज़ुबान पर हैं। खासकर “तेरे मेरे होंठ मितवा” गाने को उन्होंने सुरों की कोकिला लता मंगेशकर के साथ गाया था, जो आज भी संगीत प्रेमियों के बीच बेहद लोकप्रिय है। बाबला मेहता ने टी-सीरीज के साथ मिलकर 6 ड्यूट एल्बम और 10 सिंगल्स भी दिए थे।

भजन गायक के रूप में योगदान
सिर्फ फिल्मों तक ही सीमित नहीं, बाबला मेहता ने कई भजन भी गाए, जिन्हें लोगों ने दिल से पसंद किया। उनकी गायकी ने भजनों को भी अमर बना दिया।
बाबला मेहता का निधन एक अपूरणीय क्षति है, और संगीत जगत ने एक ऐसे रत्न को खो दिया है, जिसकी आवाज हमेशा सुनाई देती रहेगी।
